Hit and Run law: हिट एंड रन के नए नियमों के विरोध में चल रही देशव्यापी हड़ताल को अब कुमाऊं टैक्सी महासंघ ने भी दिया समर्थन, बुधवार से कुमाऊं में नहीं चलेंगी टैक्सियां…
Hit and Run law
बीते सोमवार से रोडवेज बसों एवं केमू बसों के साथ ही प्राइवेट सिटी बसों के कारण फजीहत झेल रहे राज्य के कुमाऊं मंडल वासियों को झटका देने वाली एक और बड़ी खबर सामने आ रही है जिससे आवाजाही के लिए वाहनों की समस्या और भी अधिक गहरा जाएगी। जी हां.. उत्तराखण्ड रोडवेज, सिटी बसों एवं केमू और ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के बाद अब बुधवार से टैक्सी वाहनों के पहिए भी जाम हो जाएगे। अब तक जहां कुमाऊं की यातायात व्यवस्था को निजी टैक्सी चालकों ने किसी तरह संभाल रखा था वहीं इनके हड़ताल पर जाने से कुमाऊं की यातायात व्यवस्था बुरी तरह चरमरा जाएगी। दरअसल कुमाऊं की टैक्सी यूनियन (कुमाऊं टैक्सी महासंघ) ने बुधवार तीन जनवरी से हड़ताल में जाने का निर्णय लिया है।
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Uttarakhand taxi service
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए जा रहे हिट एंड रन के नए नियमों से देश भर के चालकों ने हड़ताल शुरू कर रखी है। उत्तराखण्ड में भी इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिला है। जहां सोमवार से सिटी बसों, रोडवेज बसों के साथ ही केमू की बसों का संचालन पूरी तरह ठप हैं वहीं ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल से पहाड़ में सब्जियों के साथ ही पेट्रोल डीजल की भी किल्लत होने लगी है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो न केवल पहाड़ों में सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर पहुंच जाएंगे बल्कि पेट्रोल डीजल ना मिलने से निजी गाड़ियों भी सड़कों पर नहीं उतर पाएंगे। इसका असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। मंगलवार को कुमाऊं टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि बुधवार से कुमाऊं के लगभग 50 हजार टैक्सी चालक भी हड़ताल पर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार से हल्द्वानी से पहाड़ के लिए किसी भी टैक्सी का संचालन नहीं किया जाएगा, ना ही पहाड़ से हल्द्वानी के लिए कोई टैक्सी चलेगी। उन्होंने सरकार को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक इन काले कानूनों में संशोधन नहीं किया जाता तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
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