राज्य के हल्द्वानी (Haldwani) तहसील में दुखद हादसा, नहर में गिरने से मासूम की मौत, ग्रामीणों का आरोप सिंचाई विभाग की लापरवाही से गई मृतक की जान..
राज्य के नैनीताल जिले की हल्द्वानी (Haldwani) तहसील से एक दुखद खबर आ रही है जहां घर के बाहर खेल रहे मासूम की नहर में गिरने से मौत हो गई। बताया गया है कि सिंचाई विभाग की नहर की दीवार टूटी होने के कारण मासूम उस में गिर गया। ग्रामीणों की काफी खोजबीन पर मासूम का शव घर से करीब चार किमी दूर झाड़ियों में पड़ा मिला। ग्रामीणों की सूचना पर सिंचाई विभाग द्वारा नहर को बंद किया गया तब जाकर कहीं तीन घंटे बाद मृतक का शव झाड़ियों से निकाला गया। मृतक मासूम घर का इकलौता चिराग था। घटना के बाद से जहां मासूम के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है वहीं शोकाकुल क्षेत्रवासियों में सिंचाई विभाग के खिलाफ भयंकर आक्रोश है। उनका कहना है कि बार-बार कहने के बावजूद सिंचाई विभाग ने नहर की टूटी दीवार की मरम्मत नहीं की, सिंचाई विभाग की इस लापरवाही का खामियाजा आज एक मासूम को अपनी जान गंवानी पड़ी। बता दें कि इस नहर में गिरकर मौत का यह पहला मामला नहीं है बल्कि पिछले डेढ़ साल के अंदर इसी नहर में डूबने से तीन मासूम बच्चों की जान चली गई है। उधर दूसरी ओर सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन नहरों को रात में चलने वाले चोरी के खनन वाहनों द्वारा तोड़ा जाता है। विभाग को मरम्मत मद में इतना अधिक पैसा नहीं मिलता कि वो बार-बार मरम्मत का कार्य करवा सकें।
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घटना से मासूम के परिजनों में कोहराम, मृतक सागर दो बहनों का था इकलौता भाई:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील के गोलापार की खेड़ा ग्रामसभा के गोविंदपुर गांव निवासी ललित आर्य मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। परिवार में ललित के अतिरिक्त उनकी पत्नी हंसा और तीन बच्चे सागर, पीहू और भवनी है, जिनमें पांच वर्षीय सागर सबसे बड़ा है। बताया गया है कि बीते रविवार सुबह सागर रोज की तरह अपने घर के आगे खेल रहा था। इसी दौरान वह अचानक घर के सामने टूटी दीवार से नहर में गिर गया। लेकिन नहर में बहाव तेज होने के कारण किसी को भी इस बात की भनक नहीं लगी। जब काफी देर तक सागर कहीं नहीं दिखाई दिया तो परिजनों को उसकी चिंता हुई। किसी अनिष्ट की आंशका से आस-पास के ग्रामीणों ने पहले सिंचाई विभाग के अधिकारियों को फोन कर नहर का पानी बंद करवाया और फिर मासूम की तलाश शुरू कर दी। काफी खोजबीन के बाद ग्रामीणों को मासूम सागर का शव घर से चार किमी दूर बाघजाला गांव में पनचक्की के पास नहर से बरामद हुआ। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मासूम सागर की मां हंसा जहां इस दुखद खबर को सुनते ही बेसुध हो गई वहीं अन्य ग्रामीणों सहित परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
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