उत्तराखण्ड में बादल फटने से दो पुल और 15 मवेशी बहे, राहत कार्य चालू
उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप हमेशा ही बना रहता है। इस साल के शुरुआती चार महीनों में ही उत्तराखंड की धरती भूकंप से कई बार डोल चुकी है। इस बीच राज्य के पिथौरागढ़ जिले से एक बार फिर बादल फटने की खबर आ रही है। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के तांकुल में प्रकृति द्वारा बरसाएं गए इस कहर से अब तक दो पुलों के साथ ही 15 मवेशियों के बह जाने की खबर है। बादल फटने से तांकुल क्षेत्र में काफी मात्रा में नुकसान हुआ है। क्षेत्र के कई परिवारों के भी बेघर होने के समाचार प्राप्त हुए हैं। बादल फटने की सूचना मिलने पर तहसील मुख्यालय धारचूला से राजस्व टीम गांव में पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया है और राजस्व पुलिस की टीम प्रभावित ग्रामीणों के सकुशल रहने की व्यवस्था कर रही है। प्रभावित क्षेत्र में संचार व्यवस्था का अभाव होने के कारण ताजा अपडेट फिलहाल नहीं मिल पा रहें हैं। फिर भी अभी तक प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक सभी ग्रामीण पूर्णतः सुरक्षित है।
प्रशासन से अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील के तांकुल में बादल फटने से तांकुल से लेकर घटियाबागड़ तक भारी भूस्खलन हुआ है। जिससे क्षेत्र में रहने वाले कई परिवार बेघर हो गए हैं साथ ही 2 पुलों समेत 15 मवेशियों के बह जाने के समाचार भी सूत्रों से अभी तक प्राप्त हुए हैं। बता दें कि प्रभावित क्षेत्र प्रसिद्ध कैलास मानसरोवर यात्रा के मार्ग में स्थित है। प्रशासन फिलहाल कोई भी जनहानि होने की बात से मना कर रहा है। बादल फटने से हुए भूस्खलन से क्षेत्र के करीब 60 परिवार प्रभावित हुए हैं। कई परिवार बेघर हुए हैं तो कईयों के मकान खतरे की जद में आ गए हैं। क्षेत्र में स्थित खेल मैदान भी पूरी तरह मलबे से भर गया है। भूस्खलन की सूचना मिलने पर धारचूला तहसील मुख्यालय से राजस्व टीम गांव पहुंचकर प्रभावित ग्रामीणों के रहने की व्यवस्था टैंट लगाकर कर रही है। बताते चलें कि पिथौरागढ़ जिले में कल दोपहर बाद से ही भयंकर बारिश के साथ ही जमकर ओलावृष्टि देखने को मिल रही है, जो आज भी जारी है।
