Guldar Attack Tehri Garhwal: टिहरी गढ़वाल में अपनी पोतियों के लिए गुलदार से जा भिड़ी बूढ़ी महिला
राज्य में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है । जहां आए दिन राज्य के किसी ना किसी कोने से जंगली जानवरों के हमले की खबरें हमेशा से ही सुनने को मिलती हैं। वही जंगली जानवरों से संघर्ष की खबरें भी सुनने को मिलती रहती है। जंगली जानवर से संघर्ष की एक और खबर से हम आपको अवगत कराने जा रहे हैं जहां एक बूढ़ी औरत ने गुलदार से संघर्ष करके अपनी पोतियों की जान बचाई है। बूढ़ी दादी द्वारा अपनी पोतियों को गुलदार से बचाने की खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। बता दें कि उत्तराखंड के टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक में घर के आंगन में बैठीं दो बच्चियों पर एक गुलदार ने अचानक हमला कर दिया। बताते चलें कि जैसे ही गुलदार बच्चियों पर झपटा तो उनकी दादी उन्हे पीछे कर खुद उसके सामने आ गईं। जिससे पोतियो की जान तो बच गईं लेकिन दादी गंभीर रूप से घायल हो गईं। जिनको सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर जॉली ग्रांट रेफर कर दिया गया। जिनकी हालत अब खतरे से बाहर है।(guldar attack tehri Garhwal)
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के प्रताप नगर ब्लॉक में स्थित भदूरा पट्टी के आबकी गांव मे एक बूढ़ी औरत ने गुलदार से संघर्ष कर अपनी दो पोतियो की जान बचाई है।बता दे कि रात करीब नौ बजे चंद्रमा देवी उम्र 58 वर्ष पत्नी अव्वल सिंह नेगी घर के आंगन में थीं,उनकी चार वर्ष की दो पोतियां वैष्णवी और रियांशी भी पास में ही बैठी थीं। तभी वहां अचानक गुलदार का धमका और आंगन में बैठी दोनों बच्चियों पर जैसे ही झपटा तो चंद्रमा देवी ने तुरंत दोनों को पीछे कर स्वयं गुलदार के सामने आ गई जिससे गुलदार चंद्रमा देवी को घसीट कर ले जाने लगा कि तभी शोर सुनकर घर के अन्य सदस्य भी आ गए जिससे गुलदार चंद्रमा देवी को वहीं पर छोड़ कर भाग गया। गुलदार के हमले से महिला बुरी तरह से लहूलुहान हो गई,जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुलदार के हमले के बाद से गांव में दहशत का माहौल है।