उत्तराखंड(Uttarakhand): पिथौरागढ़(Pithoragarh) में तेंदुए(Leopard) ने किया एक युवक पर हमला, युवक की पत्नी के सूझबूझ, साहस एवं वीरता ने बचाई युवक की जान, पत्नी के साहस और वीरता की जमकर हो रही सराहना
उत्तराखंड (Uttarakhand) के कुमाऊं मंडल से गढ़वाल मंडल तक जंगली जानवरों का ख़तरा बढ़ता ही जा रहा है आए दिन उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में है न जाने कितने लोग तेंदुए,भालू तथा आदमखोर गुलदार का शिकार हो रहे है,ऐसी ही एक दुखद ख़बर राज्य के पिथौरागढ (Pithoragarh) जिले से आ रही है जहॉ खेत मे काम कर रहे एक युवक पर तेंदुए (Leopard) ने हमला कर उसे घायल कर दिया, जबकि पत्नी ने खुद की जान जोखिम में डालकर अपनी दरांती से ही खूंखार तेंदुए पर उल्टा वार करना शुरू कर दिया और गुलदार से पति की जान बचा ली। मामला शनिवार की दोपहर का है जहाँ धारापानी निवासी ललित मोहन जोशी तथा अपनी पत्नी ज्योति जोशी के साथ घर से दूर खेतों मे काम कर रहे थे तभी वहा पहले से घात लगाकर झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने ललित पर हमला कर दिया। तेंदुए द्वारा एकाएक किए गए हमले से दोनों पति-पत्नी घबरा गए। लेकिन ज्योति ने इस मुश्किल घड़ी में भी ख़ुद को सम्भालते हुए अपनी सूझबूझ, वीरता और साहस का परिचय देते हुए अपने सुहाग की रक्षा की। ज्योति तेंदुए पर तब तक दरांती से हमला करती रही जब तक कि वह ललित को छोड़कर मौके से भाग खड़ा नहीं हुआ। ज्योति के इस साहस और वीरता की स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की है, उनका कहना है कि इस घटना ने प्राचीन काल में हुई सावित्री-सत्यवान की कहानी को एक बार फिर लोगों के दिलो-दिमाग में ताजा कर दिया है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: पहाड़ में तेंदुए का आतंक, 13 वर्षीय किशोरी को बनाया अपना निवाला, मिला क्षत विक्षत शव
गुलदार के गम्भीर रूप से घायल हुआ ललित, अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने किया हायर सेंटर रेफर:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के पिथौरागढ जिले के चंडाक क्षेत्र के धारापानी निवासी ललित मोहन जोशी और उनकी पत्नी ज्योति जोशी रोज की तरह शनिवार को भी अपने खेतों में काम कर रहे थे कि अचानक तभी अचानक एक तेंदुए ने ललित पर हमला कर दिया। ज्योति के साहस, सूझबूझ और वीरता से ललित की जान तो बच गई परंतु गुलदार के इस हमले में ललित बुरी तरह घायल हो गया। उसके चेहरे पर काफी चोट लगी है। ज्योति के चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने ललित को तुरंत ज़िला अस्पताल पहुंचाया जहॉ चिकित्सकों ने उसकी नाज़ुक हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया। जिसके बाद परिजन ललित को लेकर बेस अस्पताल हल्द्वानी पहुंचे जहां अभी भी उसका उपचार चल रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि ललित अब खतरे से बाहर है। उधर पिथौरागढ़ जिले में बढ़ते गुलदार के हमलों से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर दिया गया है। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने जहां क्षेत्र में कई पिंजरे लगाए हुए हैं वहीं तेंदुए को मारने के लिए मेरठ से मशहूर शूटिंग खिलाड़ी और शिकारी सैयद बिन अली को भी बुलाया गया है। गुलदार बीते एक सप्ताह के भीतर छाना पांडे और सुकौली गांव में दो लोगों को अपना निवाला बना चुका है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: नहीं थम रहा पहाड़ में तेंदुए का आंतक, युवक पर किया हमला जंगल में मिला क्षत-विक्षत शव