हल्द्वानी (Haldwani) में हुए दुखद हादसे ने छीन लिया दो मासूमों के सिर से पिता का साया, हाइटेंशन लाइन (High Tension Line) की चपेट में आने वाले मृतक कमल पर ही थी इन दिनों संयुक्त परिवार की सारी जिम्मेदारी..
होनी को कब क्या मंजूर है इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। इसका एक जीता-जागता उदाहरण बीते शुक्रवार सुबह नैनीताल जिले के हल्द्वानी (Haldwani) में उस समय देखने को मिला जब एक नर्सिंग होम में काम करने वाले युवक कमल रावत ड्यूटी में जाते समय हाइटेंशन लाइन (High Tension Line) की चपेट में आकर मौत के मुंह में समा गया। अभी एक महीने पहले ही तो कमल के घर में नन्ही बच्ची ने जन्म लिया था, बच्ची के जन्म से पूरा परिवार खुश था, कमल ने बेटी का नाम परी रखा था। लेकिन तब उसे क्या पता था कि ठीक एक महीने बाद उसके परिवार को ऐसा दिन भी देखना पड़ेगा। इस हादसे से जहां एक महीने की मासूम परी के साथ ही उसके चार वर्षीय बड़े भाई वेदांत के सिर से पिता का साया उठ गया वहीं पूरे परिवार का इकलौता कमाने वाला भी चला गया। बता दें कि संयुक्त परिवार में रहने वाला कमल तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। इन दिनों परिवार के भरण-पोषण की सारी जिम्मेदारी उसी पर थी। कमल के बड़े भाई एनएस रावत कोचिंग चलाते हैं, जो लाकडाउन के बाद से बंद है जबकि उसका छोटा भाई अरूण सितारगंज स्थित सिडकुल की एक कम्पनी में काम करता था और लाकडाउन के कारण उसकी भी नौकरी चली गई। मृतक कमल के पिता मदन सिंह रावत भले ही रोडवेज के रिटायर्ड कर्मचारी हो परन्तु 2019 में सेवानिवृत्त होने के बाद से उन्हें अब तक न तो पेंशन मिली और न ही अन्य फंड मिले हैं। कमल की बीमार मां का भी इलाज चल रहा है।
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स्थानीय लोगों ने लगाया बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप, मृतक के परिजनों को मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की मांग करते हुए किया शव वाहन रोककर प्रदर्शन:-
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील के दमुवाढूंगा के जवाहर ज्याेति कालोनी निवासी कमल रावत की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। हादसा उस समय हुआ जब कमल ड्यूटी के लिए जा रहा था, इसी दौरान बृजलाल अस्पताल के पास हाइटेंशन लाइन की तार टूटकर उस पर गिर गई और उसने बुरी तरह झुलस कर मौके पर ही दम तोड दिया। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश देखने को मिला। लोगों का कहना था कि बिजली विभाग (यूपीसीएल) की लापरवाही ने आज एक और परिवार की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम के बाद मृतक कमल के शव को घर ले जा रहे वाहन को रोककर मृतक के परिजनों को मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की मांग करते हुए प्रदर्शन भी किया। लोगों की इस मांग को सोशल मीडिया से भी समर्थन मिल रहा है। उधर प्रर्दशन की सूचना पर काठगोदाम एसओ नंदन सिंह रावत मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृतक के बड़े भाई समेत मौजूद लोगों को बताया कि इस मामले में ऊर्जा निगम एक जांच कमेटी गठित कर रही है। शीघ्र ही मृतक के परिजनों को मुआवजा भी दिया जाएगा। जिसके बाद लोगों ने शव वाहन को जाने दिया और मृतक के परिजनों ने मुआवजे का आश्वासन मिलने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया।
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