राज्य के पिथौरागढ़ जिले की ममता थावल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। ममता की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है।
जी तोड मेहनत कर बच्चों को पढ़ाने वाले माता-पिता के चेहरे की खुशी उस समय देखने लायक होती है जब उनके बच्चों का कहीं अच्छी जगह चयन हों जाएं और अगर चयन ऐसी जगह हो जिससे उनके साथ ही जिले और राज्य का भी नाम रोशन हो जाएं तो चेहरे की खुशी के साथ ही उनका सर भी गर्व से ऊंचा हो जाता है। इस समय ऐसा ही कुछ महसूस हो रहा है राज्य के पिथौरागढ़ जिले के निवासी पीतांबर सिंह थावल को, और हो भी क्यों ना उनकी बेटी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर उनके साथ ही पूरे क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है। जी हां.. पीतांबर की बेटी ममता थावल, मिलिट्री नर्सिंग सर्विस कमीशन प्राप्त कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। ममता की इस उपलब्धि से जहां परिवार में खुशी की लहर है वहीं पूरे क्षेत्र में भी हर्षोल्लास का माहौल है।
दुकानदार पिता ने कड़ी मेहनत कर ममता को पढ़ाया, बेटी ने लेफ्टिनेंट बनकर माता-पिता का मान बढ़ाया:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के पिथौरागढ़ जिले के जाजरदेवल निवासी ममता थावल मिलिट्री नर्सिंग सर्विस कमीशन प्राप्त कर सेना में लेफ्टिनेट बन गई हैं। बता दें कि ममता के पिता पीतांबर दत्त थावल जाजरदेवल में ही एक परचून की छोटी सी दुकान चलाते हैं जबकि उनकी माता एक कुशल गृहिणी है। बताते चलें कि भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र के साथ ही जिले एवं राज्य का मान बढ़ाने वाली ममता ने अपनी शिक्षा-दीक्षा महर्षि विद्या मंदिर से प्राप्त की है। इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ममता ने भारतीय सेना में बीएससी नर्सिंग की परीक्षा दी। जिसमें सफल होने के बाद ममता का प्रशिक्षण शुरू हुआ। चार वर्षों की कठिन ट्रेनिंग के बाद ममता हाल ही में लेफ्टिनेंट बनी है। पासिंग आउट परेड के दौरान उनके परिजनों ने खुद ममता के कंधे पर सितारे लगाकर उन्हें भारतीय सेना को समर्पित किया। ममता ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता एवं गुरुजनों को दिया है।