uttarakhand: सुशीला तिवारी अस्पताल की खिड़की तोड़कर फरार हुआ युवक, पुलिस ने 12 घंटे बाद भीमताल से पकड़ा..
जहां कोरोना वायरस के कारण हर कोई अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं और ऐसा करके वह न सिर्फ इस कठिन समय में देश के प्रति अपने फर्ज को निभा रहा है बल्कि घर पर रहकर कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने में सरकार की मदद भी कर रहा है, वहीं अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो क्वारंटाइन सेंटरों या अस्पतालों से भागकर खुद के साथ ही पूरे समाज को भी खतरे में डाल रहे हैं। सरकार क्वारंटाइन में रखे लोगों पर विशेष ध्यान दें रहीं हैं लेकिन उसके बाद भी भागने का यह सिलसिला थम नहीं रहा है , ताजा मामला राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल से सामने आया है जहां भर्ती एक युवक भर्ती वार्ड की खिड़की की ग्रिल तोड़कर फरार हो गया। शुक्रवार देर रात हुई इस घटना से अस्पताल प्रशासन के होश उड़ गए। हालांकि फरार युवक को पुलिस कर्मियों द्वारा 12 घंटे बाद दबोचकर अस्पताल प्रशासन के हवाले कर दिया। बताया गया है कि कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर युवक को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया था और जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने की वजह से उसे आज डिस्चार्ज किया जाना था, लेकिन वह उससे पहले ही भर्ती वार्ड से गायब हो गया।
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बार-बार मां की तबियत खराब होने की बात कर रहा था अस्पताल से फरार युवक:- प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर निवासी एक युवक को पुलिस द्वारा स्टेडियम स्थित राहत केंद्र में रखा गया था। जहां से उसके कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर उसे प्रशासन द्वारा कोरोना के लिए आरक्षित सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। बताया गया है कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद से वह लगातार गांव में मां की तबियत खराब होने की बात कहकर घर जाने की अनुमति मांग रहा था। मगर क्वारंटाइन पीरियड पूरा नहीं होने की वजह से उसे अनुमति नहीं मिली। अस्पताल में उसे जनरल वार्ड में भर्ती गया था। जहां से वह बीते शुक्रवार देर रात वार्ड की खिड़की तोड़कर फरार हो गया। जब अस्पताल स्टाफ सुबह मरीजों को चेक करने के लिए गया तो जनरल वार्ड में जाते ही उनके हाथ-पाव फूल गए। आनन-फानन में उन्होंने पुलिस को युवक के फरार होने की सूचना दी जिस पर हरकत में आई पुलिस ने आज दोपहर भीमताल से गिरफ्तार कर लिया। अस्पताल से फरार होने के बाद युवक पैदल ही 25 किमी पैदल चलकर भीमताल पहुंच गया था।
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