Ramnagar tiger attack today : घास काट रही महिला को बाघ ने उतारा मौत के घाट, गुस्साएं ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम ……
Ramnagar tiger attack today: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाओं का जीवन अत्यंत संघर्ष पूर्ण होता है खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां महिलाओं को रोजमर्रा के कामों में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है जिसमें पशुओं के लिए चारा लाना ,लकड़ी काटना आदि शामिल है। इन कार्यों के दौरान महिलाओं पर पहाड़ी इलाके की दुर्गम परिस्थितियों और जंगली जानवरों का खतरा हमेशा बना ही रहता है। ऐसी ही कुछ खबर नैनीताल जिले से सामने आ रही है जहां पर हाईवे किनारे घास काट रही महिला पर आदमखोर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतारा है। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे पर शव को पैदल ले जाते हुए चक्का जाम किया।
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Ramnagar latest news today अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के रामनगर के रिंगोडा गांव की रहने वाली 60 वर्षीय तुलसी देवी बीते बुधवार की सुबह कडाकोटी गांव की अन्य महिलाओं के साथ हाईवे किनारे घास काटने के लिए पहुंची थी। तभी इस दौरान जैसे ही तुलसी देवी मजार के पास घास काटने लगी तो घात लगाए बैठे बाघ ने तुलसी देवी पर धावा बोल दिया और महिला को घसीटते हुए कोसी नदी की ओर ले जाने लगा जिसके चलते महिला की चीख पुकार मच गई। इस दौरान महिला की आवाज सुनते ही अन्य महिलाओं ने शोर मचाना शुरू किया लेकिन बाघ ने फिर भी तुलसी देवी को नहीं छोड़ा जिसके बाद घबराई महिलाओं ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। महिलाओं की सूचना पर ग्रामीणों के साथ वनकर्मियों की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची जहाँ पर हाईवे से कोसी नदी की ओर करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर महिला का शव वन कर्मियों द्वारा बरामद किया गया।
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वही इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश देखने को मिला इतना ही नहीं बल्कि आक्रोशित ग्रामीण दो किलोमीटर तक शव को पैदल गांव लेकर पहुँचे और हाईवे पर जाम लगा दिया। जिसकी सूचना पर रामनगर वन प्रभाग के SDO अंकित बडोला समेत कोसी रेंजर शेखर तिवारी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी और डीएफओ को मौके पर बुलाने की मांग करी। इसके बाद DFO ग्रामीणों को समझाने के लिए पहुँचे उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की कार्यवाही की जाएगी इस पर ग्रामीणों को गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा कि हम वन विभाग को रुपए देते हैं आप बाघ को मारो। ऐसे में DFO ने नियमों का हवाला देते हुए कार्यवाही करने की बात कही जिस पर काफी देर तक ग्रामीणों की डीएफओ से नोक झोंक चलती रही।
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उधर हाईवे पर जाम लगने से वाहनों की लंबी कतारे देखने को मिली। जिससे यात्री परेशान होते हुए नजर आए परेशानी के चलते दोपहर 2:30 बजे के आसपास ग्रामीणों से पर्यटक भिड़ गए और नियम संगत मांग करने लगे। इस दौरान ग्रामीणों की उनसे भी बहेश बाजी होने लगी। करीब 3 घंटे तक हाइवे पर जाम देखने को मिला। इतना ही नहीं बल्कि जाम लगने के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में पानी बिजली और मोबाइल टावर लगाने की मांग भी की। जिस पर डीएफओ ने शासन स्तर से कार्यवाही करने की बात कही लेकिन ग्रामीण नहीं माने और सभी मांगों को लेकर लिखित में देने की मांग पर अड गए। इसके बाद उन्होंने विधायक को बुलाने की मांग की जिनसे वो अपनी मांगे पूरी करवाना चाहते थे ऐसे में विधायक दीवान सिंह बिष्ट मौके पर नहीं पहुंच सके क्योंकि वह नैनीताल में हो रही एक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे।
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वही विधायक प्रतिनिधि ने बताया कि ग्रामीणों को विधायक निधि से 5 लाख रुपए से पानी की टंकी बनवाने समेत मृतक महिला के एक बच्चे की शिक्षा देने का आश्वासन दिया गया है जिसमें लिखित आश्वासन पत्र पर तहसीलदार डीएफओ कॉर्बेट पार्क के वार्डन समेत अन्य लोगों के हस्ताक्षर किए गए हैं इसके बाद 3 :10 के आसपास ग्रामीणों ने जाम खोला। बताया जा रहा है कि तुलसी देवी के तीन बेटों में मोहन कड़ाकोटी धनगड़ी गेट पर बीट वाचर है। जबकि दो बेटे हरीश और महेश मेहनत मजदूरी करते हैं। वही तुलसी देवी की पोती तनुजा रांइका ढिकुली में पढ़ती है जो अपनी दादी के मृत शरीर को देखकर काफी बार बेहोश हुई।