uttarakhand fake note news: उत्तराखंड में नकली नोट छापने वाले आरोपी गिरफ्तार, दो सगे भाइयों समेत 6 आरोपी धरे गए….
uttarakhand fake note news : उत्तराखंड में लगातार धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिसका शिकार आए दिन लोग हो रहे हैं। इसी बीच नकली नोट छापने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रदेश से 6 आरोपियों को हिरासत में लिया है आरोपी राज्य में नकली नोटों की छपाई और वितरण का काम लंबे समय से कर रहे थे जिसके चलते पुलिस ने इनके पास से बड़ी मात्रा में नकली नोट सहित प्रिंटिंग मशीन और अन्य सामग्री बरामद की है। इन आरोपियों में दो सगे भाई भी शामिल है जिन्हें हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया है।
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Haridwar latest news today बता दें हरिद्वार जिले में नकली नोट छापकर मार्केट चलाने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा कर दिया है जिसमें दो सगे भाइयों समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही आरोपियों से 2.25 लाख के 500 नकली नोट बरामद किए गए हैं इसके अलावा नकली नोटों की छपाई में इस्तेमाल होने वाले लैपटॉप दो प्रिंटर सहित अन्य उपकरण व दो बाइक तथा पांच मोबाइल भी बरामद हुए हैं। बताया जा रहा है कि बीते बुधवार की सुबह पुलिस टीम ने सुमननगर पुलिया से दो बाइकों पर चार संदिग्धों की तलाशी ली गई थी जिसके चलते उनसे कई 500 के नकली नोट बरामद हुए थे। आरोपियों ने अपने नाम सौरभ निवासी देवबंद सहारनपुर, निखिल निवासी सरसावा सहारनपुर, अनंतबीर निवासी छावनी हापुड़, नीरज निवासी देवबंद सहारनपुर बताए है सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपने साथियों के साथ देहरादून के सुद्धोवाला में किराये के कमरे में नकली नोट छापने की बात स्वीकार की।
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uttarakhand fake note printing इस संबंध में एसएसपी ने बताया कि आरोपी नकली नोटों को अपने साथियों के माध्यम से देहरादून और हरिद्वार के बाजारों में चलाते थे। ज्यादातर भीड़ वाले इलाकों में बुजुर्ग दुकानदारों के पास छोटी मोटी खरीदारी करने के लिए नोटों को चलाकर शेष रकम ले लेते थे। बताते चलें आरोपी मोहित और निखिल कुमार पूर्व में भी नकली नोट छापकर बाजार में चलाने के मामले में हिमाचल प्रदेश के थाना नहान जेल में जा चुके हैं। जबकि मोहित दुष्कर्म के मामले में थाना विकासनगर देहरादून भेजा गया था।सौरभ पांचवी तक पढ़ा हुआ है जो मां-बाप की मौत होने के बाद हलवाई का काम करने वाले दो भाइयों ने बेदखल कर दिया था। वहीँ आठवीं फेल विशाल और पांचवी पास नीरज दोनों सगे भाई हैं और दोनों सौरभ के दोस्त हैं। दोनों चंद्रबनी देहरादून में किराए के कमरे पर जाली नोट छापने का कार्य करते थे। सौरभ पिछले 15 20 दिन से विशाल के साथ उनके कमरे पर रह रहा था जिसके चलते उनकी दोस्ती मोहित से हुई। मोहित भी देहरादून में किराए के कमरे पर रहकर नकली नोट छापने का कार्य करता था लालच में सौरभ भी इनके साथ जुड़ गया था। आरोपी निखिल 12वीं तक पढ़ा है जबकि आरोपी अनंत वीर 12वीं पास है। वह वर्ष 2001 में बंगाल इंजीनियर सेंटर आर्मी में भर्ती हुआ था किंतु 2004 मे जब उसका एक्सीडेंट हुआ तो उसने नौकरी छोड़ दी थी । वर्ष 2022 में जीआरपी थाना बिजनौर से वाहन लूट के मामले में जेल गया फिर इसके बाद किसी के माध्यम से उसकी दोस्ती मोहित से हो गई और वह भी इस धंधे में शामिल हो गया।