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उत्तराखण्ड

नैनीताल

उत्तराखण्ड के लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश की जम्मू कश्मीर में निधन, परिजनों में मचा कोहराम

लेफ्टिनेंट कर्नल के निधन से पांच घंटे पहले परिजनों ने की थी उनसे अंतिम बार फोन पर बात, जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हुआ निधन..

बीते कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड के तीन जवान जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे, प्रदेश अभी तक इस दुखद घडी से उभरा भी नहीं था कि आज फिर जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से एक बेहद दुखद खबर आ रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात उत्तराखंड के लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश कपिल की हृदय गति रुक जाने से मौत हो गई। मृतक निलेश मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के रहने वाले थे। लेफ्टिनेंट कर्नल की अचानक निधन की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया। कर्नल की पत्नी एवं बच्चों सहित परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बताया गया है कि निधन से पांच घंटे पहले ही मृतक कपिल की परिजनों से बात हुई थी। फोन पर परिजनों ने काफी देर तक हंसी-मजाक करते हुए लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल को बाय बोला था परंतु तब किसी को क्या पता था कि यह मृतक निलेश कपिल के साथ उनकी अंतिम बात होगी और इसके बाद उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल निलेश की आवाज कभी सुनने को नहीं मिलेगी।


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अकस्मात निधन से परिजनों में मचा कोहराम, लेफ्टिनेंट कर्नल की पत्नी बेसुध तो बेटे-बेटी का रो-रोकर बुरा हाल:-

प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के तल्लीताल निवासी निलेश कपिल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के कुपवाड़ा में थी, जहां उनका स्थानांतरण इसी वर्ष जनवरी माह में हुआ था। बताया गया है कि बीते सात म‌ई की शाम को एक्सरसाइज करते समय अचानक लेफ्टिनेंट कर्नल के सीने में दर्द हुआ। जिसके बाद साथी जवानों ने उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया जहां निलेश कपिल ने उपचार के दौरान दम तोड दिया। निलेश के अकस्मात निधन की खबर जैसे ही सेना के अधिकारियों से परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। मृतक निलेश की पत्नी लता की आंखों से जहां आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं उनके बेटे चिराग और बेटी दीया का भी रो-रोकर बुरा हाल है। बता दें कि मृतक का बेटा चिराग बीटेक कर रहा है जबकि उनकी बेटी दीया हाईस्कूल में पढ़ती है। लेफ्टिनेंट का ससुराल रामनगर के छोई में है जहां उनका परिवार भी पिछले 21 मार्च से फंसा हुआ है। परिजनों के अनुसार उनका पार्थिव शरीर भी छोई ही लाया जाएगा।


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