uttarakhand: काटा जा रहा है प्राइवेट स्कूलों के स्टाफ का वेतन, पूछने पर मिल रहा ज़बाब राहत कोष में दे दिया आपका वेतन..
सरकार भले ही कह रही हो कि लाॅकडाउन के दौरान किसी भी कर्मचारी, अधिकारी या श्रमिक का वेतन नहीं कटेगा परन्तु वास्तव में यह बात लागू होते हुए नहीं दिखाई दे रही है। भले ही सरकारी कार्यालयों में तैनात सभी कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया जा रहा हो परन्तु प्राइवेट संस्थानों में अभी भी सरकार के आदेशों की सरासर अवहेलना हो रही है। ताजा मामला राज्य के देहरादून जिले से सामने आ रहा है जहां एक प्राइवेट स्कूल पर स्टाफ को पूरी तनख्वाह न देने का आरोप लगा है। देहरादून की मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली ने मीडिया को बताया कि उन्हें शिकायत मिली की जिले के मसूरी रोड स्थित एक स्कूल में कर्मचारियों का एक हफ्ते का वेतन काटा गया है और जब कर्मचारियों ने विद्यालय प्रबंधन से इसकी जानकारी मांगी तो स्कूल प्रबंधन का कहना था कि आपका एक हफ्ते का वेतन राहत कोष में दे दिया गया है। मामले की गंभीरता को समझते हुए सीईओ पैन्यूली ने स्कूल प्रबंधन को तुरंत सभी कर्मचारियों की पूरी तनख्वाह जारी करने के निर्देश दिए हैं, ऐसा ना करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी विद्यालय प्रबंधन को दी गई है।
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लॉकडाउन के नियमों का हो रहा है खुला उल्लघंन, विद्यालयों में अभिभावकों को प्रवेश के लिए बुलाया जा रहा:-
एक ओर तो प्राइवेट स्कूल अपने स्टाफ को पूरा वेतन नहीं दे रहे हैं दूसरी ओर देहरादून के दस से अधिक प्राइवेट स्कूलों में अभिभावकों को बच्चों के एडमिशन करवाने के लिए बुलाया जा रहा है। इन स्कूलों में एडमिशन के साथ ही अन्य प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाकर लॉकडाउन के नियमों का खुला उल्लघंन किया है। सूचना मिलने पर देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली ने देहरादून के दस अन्य स्कूलों को भी नोटिस भेजकर न सिर्फ लॉकडाउन के नियमों का कठोरता से पालन करते हुए स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं बल्कि आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की हिदायत भी दी है।
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