पुलिस ने की कार्रवाई, बाइक सीज करने के साथ ही 25-25 हजार के काटे चालान (Uttarakhand Challan) बच्चों को किया प्रधानाचार्य के हवाले…
आजकल देखा देखी में अधिकतर अभिभावक अपने नाबालिक बच्चों की जिद पर उनको दुपहिया वाहन चलाने की इजाजत दे देते है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो अब हो जाइए सावधान क्योंकि इसके चक्कर में आप बहुत बड़ी समस्या में फंस सकते हैं। बता दें कि ऐसा ही एक मामला राज्य के हरिद्वार जिले से सामने आ रहा है जहां पर परिवहन विभाग की टीम ने स्कूल के तीन नाबालिग बच्चों का 25 -25 हजार का चालान (Uttarakhand Challan) काटकर उनके वाहनों को सीज कर लिया है। बताते चलें कि आजकल उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में यातायात निरीक्षक द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एमवी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: पत्नी के साथ चार साल का बच्चा दुपहिया वाहन पर बैठाया तो होगा चालान, नियम लागू
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला राज्य के हरिद्वार क्षेत्र का है जहां शहर के प्रतिष्ठित स्कूल के 3 बच्चे बाइक चलाते पकड़े गए परिवहन विभाग की टीम ने तीनों वाहनों को सीज कर के बच्चों को प्रिंसिपल के हवाले कर दिया। इसके साथ ही 25-25हजार का चालान काटकर कोट भेज दिया । बता दें कि परिवहन विभाग की टीम ने शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों के बाहर छुट्टी के समय चेकिंग अभियान चलाया। आरटीओ प्रवर्तन डॉ रश्मि पंत द्वारा बताया गया कि इस दौरान तीन नाबालिग बच्चे बाइक चलाते पकड़े गए ।मौके पर ही परिवहन विभाग की टीम द्वारा उनके परिजनों को फोन लगाया गया लेकिन कोई अच्छा रिस्पांस नहीं मिला। उसके बाद बच्चों को स्कूल के प्रिंसिपल को सौंप दिया गया तथा तीनों वाहनों को सीज कर दिया गया। परिवहन विभाग की टीम द्वारा बताया गया कि इनके चालान को अब कोर्ट भेज दिया जाएगा। यह भी बता दें कि एमबी एक्ट के मुताबिक तीनों बच्चों के अभिभावकों पर 25 25000 का जुर्माना लग सकता है हालांकि चालान की राशि कोर्ट पर निर्भर करेगी अगर यह साबित हो जाता है कि बच्चे अभिभावकों की सहमति से वाहन चला रहे हैं तो उनको जेल भी जाना पड़ सकता है वाहनों का रजिस्ट्रेशन 1 साल के लिए रद्द कर दिया जाएगा तथा बच्चों के लिए अभी 25 साल की आयु तक नहीं बन पाएंगे।