Almora Jagdish marriage case: जगदीश शादी हत्याकांड में हुआ बड़ा खुलासा,गीता को भी मौत के घाट उतारने का था इरादा
गौरतलब है कि अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र के पनवाद्यौखन गांव निवासी जगदीश चंद्र पुत्र केश राम ने 21 अगस्त को भिकियासैंण में सिनार मोटर मार्ग पर स्थित बेल्टी गांव की गीता उर्फ गुड्डी से प्रेम विवाह किया था। शादी गैराड़ मंदिर में हुई थी। जगदीश के ऊंचे घर में अंतर्जातीय विवाह करने पर लड़की पक्ष से गीता के सौतेले पिता और भाई ने मिलकर जगदीश को मौत के घाट उतार दिया।इस पूरी घटना में सबसे पहले तो जगदीश का अपहरण कर हत्यारोपियों ने शीला पानी में उसे अधमरा कर कमरे में छुपा दिया। जहां जगदीश अचेत अवस्था में पढ़ा हुआ था उसके प्राण अभी तक नहीं गए थे और उसकी पहरेदारी कर रहा था जोगा सिंह। जबकि इस बीच तीन लोग उसकी गीता को ढूंढने के लिए मुख्यालय की ओर निकल गए थे यह भी बात जांच पड़ताल में पता चली है कि अंतरजातीय विवाह करने पर गीता को भी वे लोग मौत के घाट उतारने वाले थे।(Almora Jagdish marriage case)
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लेकिन वह लोग गीता को उठा पाने में असफल रहे जिसके बाद दोबारा सभी शीला पानी पहुंचे और जगदीश को हथौड़े से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। अब बात ही खत्म नहीं होती है निर्मम हत्या के बाद शव को सीलापानी के एक घर में छिपाया गया था। आरोपित शव को ठिकाने लगाने के लिए रात का इंतजार करते रहे। रात होते ही वह शव को वैन में रखकर ठिकाने लगाने के लिए भटकते रहे। इस दौरान उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया था। इधर रविवार को एसएसपी ने मौके पर पहुंच पूरी घटना का जायजा लिया। फिलहाल पूरे मामले को हर एंगल से खंगाला जा रहा है। वहीं इस मामले में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी जिसमें केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी का कहना है कि दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या में अनेक और भी लोग शामिल रहे हैं जिन सब की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होनी चाहिए।
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