Anubhav Dimri IAS: पिता सेना से सेवानिवृत्त बेटा बना कड़ी मेहनत से IAS, क्षेत्र में खुशी की लहर
उत्तराखंड के युवा हर क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहराते ही हैं। ऐसे ही एक युवा जिसने न केवल अपनी इस सफलता से अपने गांव तथा परिवार का नाम रोशन किया है बल्कि पूरे राज्य को भी गौरवान्वित किया है। जी हां हम बात कर रहे हैं चमोली जिले के डिम्मर गांव के अनुभव डिमरी की जो इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस की परीक्षा पास करके आईएएस बन गए हैं। वैसे तो डिम्मर गांव प्रतिष्ठित लोगों का गांव माना जाता है। जहां के कई लोग देश की बेहतर सेवाओं में कार्यरत हैं। अनुभव की इस सफलता से चमोली जनपद में खुशी का माहौल है। बता दें कि अनुभव के पिता चंद्रशेखर डिमरी सेना से सेवानिवृत्त होकर रेलवे सुरक्षा बल कोलकाता में तैनात हैं। और माता ग्रहणी है। यह भी पढ़िए: उत्तराखंड: नैनी गांव की प्रीति तिवारी बनीं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में असिस्टेंट डायरेक्टर
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के चमोली जिले के कर्णप्रयाग तहसील के डिम्मर गांव निवासी अनुभव डिमरी सिविल सर्विसेज परीक्षा में 37 वी रैंक हासिल करके आईएएस के पद पर चयनित हो गए हैं । बता दे कि अनुभव की बचपन से ही पढ़ाई में रुचि थी। अनुभव ने 2019 में कंप्यूटर साइंस से बीएससी की है । बीएससी करने के पश्चात अनुभव यूपीएससी की तैयारी में जुट गए । वर्ष 2020 में पहले ही प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण करके 37 वी रैंक हासिल की। अनुभव की इस सफलता से परिवार तथा पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। साधारण से परिवार से ताल्लुक रखने वाले अनुभव का कहना है कि यदि अपनी हर कक्षा के पाठ्यक्रम को एक रिसर्च की तरह पढ़ा जाए तो किसी भी परीक्षा को आसानी से पास किया जा सकता है। अपनी पढ़ाई को अलग कांसेप्ट की तरह पड़ने के कारण ही उन्होंने पहले प्रयास में है सफलता हासिल की है।