Mansi Negi railway job: उत्तराखण्ड सरकार की उपेक्षाओं से खिन्न होकर मानसी नेगी ने उठाया बड़ा कदम, नौकरी के लिए रेलवे में दिया ट्रायल, चयनित होने पर खेलेंगी रेलवे की टीम से….
‘आप सभी की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद लेकिन…..’ अपनी काबिलियत के दम राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताओं में पदक हासिल कर प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली धाविका मानसी नेगी के इन शब्दों को अब तक आप सूही चुके होंगे। तमिलनाडु में अयोजित हुई 82वें आल इंडिया अंतर विश्वविद्यालय एथेलिटिक मीट 2023 में रेस वॉक (20KM) में स्वर्ण पदक जीतने के बाद इन शब्दों के माध्यम से मानसी ने अपने दिल की पीड़ा बयां की थी। मानसी की इस पोस्ट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जहां यह मामला सुर्खियों का हिस्सा बन गया था वहीं सोशल मीडिया से लेकर विधानसभा सदन तक सरकार भी घिर गई थी।
(Mansi Negi railway job)
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मामला इतना बढ़ गया था कि उत्तराखण्ड सरकार में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही रेखा आर्य को खुद सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार का पक्ष रखना पड़ा था। हालांकि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के इस कदम से सरकार और भी बुरी तरह घिर गई थी। रेखा आर्य ने मानसी के 3 अक्टूबर 2017 से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में चयनित होने की बात कही थी जबकि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस 2019 में खुला था। रेखा आर्य के इस दावे पर खुद मानसी ने भी सवाल उठाए थे और उनसे सोशल मीडिया के माध्यम से इस तरह की जानकारियां साझा ना कर खिलाड़ियों का मनोबल ना तोड़ने की अपील की थी। अब इस मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसके मुताबिक मानसी ने रेलवे में नौकरी के लिए ट्रायल दिया है। मानसी ने यह कदम प्रदेश में खेल कोटे से नौकरी मिलने की आस खत्म होने पर उठाया है। मानसी की प्रतिभा के दम पर रेलवे में उनका स्पोर्ट्स कोटे में चयन शत प्रतिशत सुनिश्चित माना जा रहा है। इस स्थिति में यह तय है कि यदि रेलवे में मानसी को नौकरी मिल जाती है तो प्रदेश से एक स्वर्णिम प्रतिभा पलायन कर जाएगी।
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आपको बता दें कि मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के दशोली विकासखंड के मजोठी गांव निवासी मानसी नेगी, सोशल मीडिया के माध्यम से अपना दर्द बयां कर चुकी हैं। मीडिया से बातचीत में भी उन्होंने स्पष्ट किया था कि वह प्रदेश में रहकर अपने खेल को जारी रखना चाहती है लेकिन पारिवारिक की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा था कि अकेली मां कब तक सबकुछ करती रहेगी। उन्होंने यह भी बताया था कि इस बार वह नौकरी में चयनित होकर ही अपने घर लौटेंगी। जिसके बाद उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार से भी स्पोर्ट्स कोटे के तहत नौकरी देने की गुहार लगाई थी परंतु बीते दस वर्ष से उत्तराखंड में स्पोर्ट्स कोटे से नौकरी पर रोक लगी होने की बात पता चलते ही उनकी यह आस भी खत्म हो गई थी। जिस पर मानसी ने कहा था कि सरकार के पास उसके लिए नौकरी नहीं है। जिस कारण उसने नौकरी के लिए रेलवे में आवेदन किया है। इतना ही नहीं कुछ समय पहले उसने रेलवे के लिए ट्रायल भी दे दिया है और उसे इसमें चयनित होने की भी काफी उम्मीद है। यदि वह सफल हो जाती है तो उसे नौकरी के लिए बाहर जाना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में वह रेलवे की ओर से खेलेगी।
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