Soniya Pandey Martial Art: मूल रूप से बागेश्वर के बिलोना क्षेत्र निवासी सोनिया पांडे ने अंडर-19 मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक किया हासिल
जहां एक और उत्तराखंड के युवा अपनी काबिलियत के बल पर सफलता का परचम लहरा रहे हैं, वही यहां के नौनिहाल भी किसी से कम नहीं है। उत्तराखंड के नौनिहाल अपनी काबिलियत से राज्य को गौरवान्वित होने का अवसर प्रदान कर रहे है। आज हम आपको राज्य की एक और नौनिहाल से रूबरू कराने जा रहे हैं। जिसने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि राज्य को भी गौरवान्वित होने का अवसर प्रदान किया है। जी हां हम बात कर रहे हैं, मूल रूप से बागेश्वर जिले के बिलौना वार्ड निवासी सोनिया पांडेय की। जिसने दिल्ली में आयोजित अंडर-19 मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है। बता दे कि सोनिया पांडेय कक्षा 10 की छात्रा है। सोनिया के पिता शेखर चंद्र पांडेय हरियाणा के पंचकूला मे प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत हैं जबकि माता नीमा पांडेय ग्रहणी है। बताते चलें कि सोनिया नेट कक्षा 4 तक की पढ़ाई शिक्षा बाल विद्या मंदिर बिलौना से प्राप्त की है। इसके पश्चात सोनिया का परिवार हरियाणा के पंचकुला में शिफ्ट हो गया।(Soniya Pandey Martial Art)
यह भी पढ़िए:उत्तराखंड की मानसी रौतेला भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में चयनित बड़ा प्रदेश का मान
वर्ष 2021 में सोनिया ने मार्शल आर्ट सीखना शुरू किया। जिसके बाद वर्ष 2022 में सोनिया को हरियाणा की टीम ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में खेलने का अवसर प्रदान किया। विगत 21 जुलाई से 23 जुलाई 2023 तक नई दिल्ली में हुई मार्शल आर्ट के एशियाई प्रतियोगिता में भागीदारी करते हुए सोनिया ने पहला अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला खेल कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सोनिया के दादाजी बाला दत्त पांडेय भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सोनिया की छोटी बहन नेहा पांडे भी जूडो खिलाड़ी है। सोनिया का लक्ष्य खेलकूद के क्षेत्र में सफलता हासिल करने के साथ ही भविष्य में सिविल सर्विसेज के क्षेत्र में जाने का है। सोनिया की सफलता से उनके परिवार तथा गांव में खुशी का माहौल है।