उत्तराखंड: पति पत्नी दोनों रहे पहाड़ में जिलाधिकारी लेकिन बच्चे को पढ़ाया आंगनवाड़ी में
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बच्चों का एडमिशन कराया आंगनबाड़ी केंद्र में:
दोनों कपल बेहद सादगी का मिसाल पेश करते हैं और आईएएस अफसर होने के बावजूद भी अपने बेटे को आंगनबाड़ी में पढ़ाकर इन दोनों ने समाज में साधारणता की मिसाल पेश किया है । आपको बता दे की इन दोनों दंपतियों ने अपने बेटे का दाखिला चमोली जिले में स्थित गोपेश्वर के आंगनबाड़ी केंद्र में कराया है जिसकी बाद से हर जगह इन दोनों दंपतियों की सराहना की जा रही है। स्वाति भदोरिया बताती है कि आंगनबाड़ी केंद्र शारीरिक मानसिक और सामाजिक पहलुओं को शामिल करते हुए संपूर्ण बाल विकास के लिए समृद्ध वातावरण प्रदान करता है। उन्होंने कहा हमारे बेटे को वहां अपनी अनुभव से बहुत खुशी मिलती है वह सक्रिय रूप से कविताएं सीखने खेलने और अपने दोस्तों के साथ भोजन करने जैसा गतिविधियों में शामिल होकर ख़ुशी पाता है। जिस कारण उसमे कई सकारात्मक बदलाव आए हैं। यह दोनों ही दंपति अपने बेटे के आंगनबाड़ी में एडमिशन से और उसमें आने वाले बदलाव से बहुत ही खुश हैं। स्वाति भदौरिया खुद आंगनवाड़ी में अपने बेटे के एडमिशन कराने गयी थी जिससे सभी ने उनकी खूब तारीफ की थी।तो यह थे बेहद ही ईमानदार और सादगी से भरे आईएएस अफसर कपल स्वाति भदौरिया और नितिन भदौरिया जिन्होंने अपनी सादगी से हमेशा से ही सभी का दिल जीता है और यह साबित कर दिया है कि आदमी अपने कार्यों और सोच विचार से बड़ा होता है न कि पद से।
(Swati bhadoriya Nitin Bhadauria IAS)