सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले नितिन सिंह बोहरा भारतीय सेना(Indian Army) में बने अफसर , आईएमए देहरादून(IMA Dehradun) से हुए पासआउट
भारतीय सेना, (Indian Army) तिरंगे को सलामी देते वीर बहादुर सैनिक और देश के वीर सपूत ये तीन ऐसे लोग हैं जिन्हें देखकर कोई भी भारतीय न सिर्फ खुद को सुरक्षित महसूस करता है बल्कि उसके मन भी जोश और जुनून आ जाता है। उसके मुख से स्वयं जय हिन्द, भारत माता की जय के उद्घोष पूरे जोश के साथ निकल पड़ते हैं। देश के ये वीर न सिर्फ अपने माता-पिता और परिजनों का गौरव होते हैं बल्कि समूचे राष्ट्र को इन पर गर्व होता है। देवभूमि उत्तराखंड आज अगर वीरभूमि कहलाती है तो इसका कारण भी देवभूमि के ये वीर वाशिंदे ही है जो वर्तमान में भी सेना में शामिल होकर अपने परिवार की पीढ़ियों पुरानी सैन्य परम्परा को निभा रहे हैं। आज हम आपको राज्य के एक ऐसे ही होनहार सपूत से रूबरू करा रहे हैं, जो अपने पिता और ताऊ के नक्शे-कदम पर चलते हुए बीते शनिवार को आईएमए देहरादून(IMA Dehradun) से सेना में शामिल हो गए हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं राज्य के चम्पावत जिले के रहने वाले नितिन सिंह बोहरा की, जो भारतीय सेना में अधिकारी बन गए है। बता दें कि उनके पिता मोहन सिंह जहां नौसेना में जेसीओ रह चुके हैं वहीं उनके ताऊ जगत सिंह बोहरा लेफ्टिनेंट पद से सेवानिवृत्त है। उनका कहना है कि उन्हें सेना में जाकर देशसेवा करने की प्रेरणा अपने पिता से ही मिली।
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सीडीएस-2019 के परीक्षा परिणामों में नितिन ने पूरे देश में पाया था दूसरा स्थान:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से चंपावत जिले के फुलारागांव क्षेत्र के मुडियानी निवासी नितिन सिंह बोहरा भारतीय सेना में अफसर बन गए। बीते शनिवार को आईएमए देहरादून में हुई पासिंग आउट परेड के दौरान खुद परिजनों ने उनके कंधे पर सितारे सजाकर उन्हें सेना को समर्पित किया। बता दें कि सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले नितिन ने अपनी इंटरमीडिएट तक की शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल, मुंबई से प्राप्त की। तत्पश्चात उन्होंने 2019 में डॉन बॉस्को विद्या विहार से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली और इसी वर्ष आयोजित हुई सम्मिलित रक्षा सेवा (सीडीएस)-2019 की परीक्षा में उनका चयन हो गया। सबसे खास बात तो यह है कि सीडीएस-2019 के परीक्षा परिणामों में नितिन ने पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। बताते चलें कि सीडीएस में चयनित होने के बाद 2019 में ही आईएमए देहरादून में प्रवेश लेने वाले नितिन के पिता मोहन सिंह बोहरा भी सेना से रिटायर्ड हैं जबकि उनकी मां भागीरथी देवी एक कुशल गृहणी है। नितिन की इस अभूतपूर्व सफलता से जहां उनके माता-पिता सहित पूरा परिवार काफी खुश हैं वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।
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