सभी आंशकाओं को खारिज कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने धोया बेटी के माथे पर लगा कलंक का तमगा, हार्ट अटैक से हुई थी पूर्व फौजी की मौत..
पुलिस द्वारा मानसिक रूप से बीमार बेटी पर पिता का गला घोंटने की आंशका जताए जाने के बाद अब नैनीताल जिले के हल्द्वानी की इस दुखद घटना ने नया मोड़ ले लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि मृतक फौजी की मौत हार्टअटैक से हुई थी ना कि बेटी के द्वारा पिता का गला दबाने से। सबसे खास बात तो यह है कि बेटी ने पिता का गला दबाया ही नहीं था ये बात हम इतने दावे के साथ इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पोस्टमार्टम में डाक्टरो को मृतक का गले दबाने के साथ ही उसके शरीर पर कोई निशान नहीं मिले। इस तरह मानसिक रूप से बीमार बेटी के माथे पर लगें कलंक को पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने धोने का काम किया है। बता दें कि पुलिस द्वारा पहले आशंका जताई गई थी कि बेटी को दौरा पड़ने पर उसने अपने पिता का गला दबाया होगा जिस कारण उनकी मौत हो गई। इसके बाद बेटी को सोशल मीडिया पर भी काफी ट्रोल किया गया था।
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गौरतलब है कि मूल रूप से रानीखेत निवासी सेवानिवृत्त फौजी शूर सिंह नेगी की शुक्रवार की शाम को उनके बरेली रोड की चौधरी कालोनी स्थित आवास पर संदिग्ध हालात में मौत हो गयी थी। मौत से पहले शूर सिंह ने अपने किरायेदार राकेश को चिल्लाकर पुकारा और यह उनकी अंतिम आवाज थी। चिल्लाने की आवाज सुनकर राकेश जैसे ही उनके घर पर पहुंचा तो दरवाजा भीतर से बंद था। दरवाजा खटखटाने पर बीते डेढ़ साल से मानसिक रूप से बीमार चल रही मृतक की छोटी बेटी ज्योति ने दरवाजा खोला तो राकेश सहित सभी पड़ोसियों के होश उड़ गए। शूर सिंह अपने ड्राइंग रूम में जमीन में अचेत पड़े थे। हादसे के वक्त घर पर पिता पुत्री अकेले थे और पुत्री मानसिक रोगी थी तो किसी को भी उसकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ। यहां तक कि पड़ोसियों के साथ ही पुलिस ने भी प्रथमदृष्टया ज्योति पर ही पिता शूर सिंह का गला दबाकर हत्या करने का अंदेशा जताया। लेकिन शनिवार दोपहर आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सभी आशंकाओं पर विराम लगाकर सभी को हतप्रभ कर दिया।