Dehradun Guldar Attack: देहरादून गुलदार के हमले में गई बच्चे की जिंदगी पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल
Dehradun Guldar Attack: राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में आदमखोर जानवरों का आतंक जारी है। गुलदार, बाघ, तेंदुए, सुअर, भालू जैसे आदमखोर जंगली जानवरों के आतंक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तो शायद ही ऐसा कोई सप्ताह होगा, जब राज्य के किसी ना किसी हिस्से से इन आदमखोर जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले की दुखद खबरें सुनने को ना मिलती है। ऐसी ही एक हृदयविदारक खबर आज राज्य के देहरादून जिले से सामने आ रही है जहां मसूरी-किमाड़ी मार्ग पर एक 10 साल के मासूम बच्चे को गुलदार ने उस वक्त अपना निवाला बना लिया जब वह वन गुर्जर बस्ती में खेल रहा था। बताया गया है कि घटना के वक्त उसके परिजन भी वही मौजूद थे, यहां तक कि उन्होंने बच्चे को गुलदार के मुंह से छीना भी लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन एवं वन विभाग की टीमों ने मृतक मासूम बच्चे के शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। सोमवार को बच्चे के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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अभी तक सामने आ रही जानकारी के मुताबिक किमाड़ी मार्ग पर गल्जवाड़ी गांव से करीब दो किलोमीटर नीचे की तरफ वन क्षेत्र में बड़ी वन गुर्जर बस्ती है। इस बस्ती में कई गुर्जर परिवार रहते हैं। बताया गया है कि रविवार रात को साढ़े आठ बजे के आसपास रोज की तरह यहां बच्चे खेल रहे थे, जिनमें दस वर्षीय रियासत भी था। इसी दौरान वहां घात लगाकर छिपे एक गुलदार ने रियासत पर एकाएक हमला कर दिया और उसे अपने जबड़ों में दबाकर ले जाने लगा। जिस पर वहां खेल रहे अन्य बच्चों में चीख पुकार मच गई। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर बस्ती में रहने वाले लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। और उन्होंने बच्चे को गुलदार के जबड़ों से छुड़ा लिया। लेकिन, तब तक वह दम तोड चुका था। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। दहशतज़दा लोगों ने वन विभाग की टीम से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। जिस पर वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए कांबिंग में जुट गई है।
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