Uttarakhand: हरिद्वार (Haridwar)-लक्सर रेलवे रेलवे ट्रैक के ट्रायल के दौरान बड़ा हादसा, पलभर में चार व्यक्तियों के ऊपर से गुजरी 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन, रेलवे ट्रैक पर मिले क्षत-विक्षत शव
राज्य (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) जिले में बीती शाम उस समय एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया जब रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के बाद ट्रायल के लिए ट्रेन को 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा रहा था। ट्रायल के दौरान इस ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुखद हादसे की खबर से जहां रेलवे और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया वहीं हादसे की खबर से मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। हादसे पर दुःख व्यक्त करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी को घटना की मजिस्ट्रेट जांच करने के निर्देश दे दिए हैं। बताया गया है कि ट्रेन का यह ट्रायल लक्सर-हरिद्वार मार्ग पर डबल ट्रैक के लिए किया जा रहा था। जिसके बाद जमालपुर फाटक के पास चारों मृतकों के शव ट्रैक के दोनों किनारों पर क्षत विक्षत हालत में पड़े मिले। पुलिस तथा आरपीएफ की टीम द्वारा हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। उधर रेलवे के अधिकारियों ने हादसे की जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि हादसे में रेलवे की कोई गलती नहीं है।
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घटना की जिम्मेदारियों से रेलवे अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला, डीआरएम बोले घटना में रेलवे की नहीं है कोई गलती :-
प्राप्त जानकारी के अनुसार लक्सर-हरिद्वार रेल मार्ग पर ट्रैक के दोहरीकरण का कार्य बीते दो साल से चल रहा था। इस दोहरीकरण का उद्देश्य 10 जनवरी से ट्रेनों की स्पीड 50 किमी प्रतिघंटा को बढ़ाकर दोगुनी यानि 100 किमी प्रतिघंटा करना है। बताया गया है कि लाइन के दोहरीकरण का काम पूरा होने पर ट्रायल के लिए बीते गुरुवार को रेलवे के सीआरएस (कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी) के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम स्पेशल ट्रेन के साथ हरिद्वार पहुंची थी। जिसके बाद शाम को ट्रेन का ट्रायल 120 किमी प्रतिघंटा की गति पर किया जा रहा था। इसी दौरान जमालपुर से 200 मीटर दूर चार लोग ट्रेक पर बैठे थे। ट्रेन की गति अत्यधिक होने के कारण इन युवकों को वहां से भागने का मौका ही नहीं मिला और पलभर में ही ट्रेन उनके ऊपर से गुजर गई जिससे चारों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक युवकों की शिनाख्त सीतापुर ज्वालापुर निवासी प्रवीण चौहान, मयूर चौहान, विशाल चौहान, गोलू उर्फ हैप्पी के रूप में हुई है। हादसे की खबर से जहां मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है वहीं इस सम्बन्ध में रेलवे के मुरादाबाद मंडल के डीआरएम तरुण प्रकाश का कहना है कि इस घटना में रेलवे की कोई गलती नहीं है।