deependra rawat Garhwal Rifle: शहीद दीपेंद्र अपने पीछे दो साल के मासूम बेटे के साथ ही छोड़ गए हैं भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते, परिवार में मचा कोहराम…
समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक दुखद खबर जम्मू-कश्मीर से सामने आ रही है जहां भारतीय सेना में तैनात उत्तराखण्ड का वीर सपूत ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया है। शहीद जवान की पहचान राइफलमैन दीपेंद्र सिंह रावत के रूप में हुई है। बताया गया है कि वे मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार के बीरोंखाल विकासखंड के पसोल गांव के रहने वाले थे और भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल में तैनात थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र के साथ ही पूरे प्रदेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
(deependra rawat Garhwal Rifle)
अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार के बीरोंखाल विकासखंड के पसोल गांव निवासी 30 वर्षीय दीपेंद्र सिंह रावत पुत्र राजेंद्र सिंह रावत भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल में बतौर राइफलमैन अपनी सेवाएं दे रहे थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में थी। जहां बीते रोज ड्यूटी के दौरान वह शहीद हो गए हैं। शुक्रवार देर शाम को सेना की ओर से दीपेंद्र के परिजनों को उनकी शहादत की जानकारी दी गई, जिसके बाद से घर में कोहराम मचा हुआ है। शहीद दीपेंद्र का पार्थिव शरीर शनिवार तक उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है। बताया गया है कि शहीद दीपेंद्र अपने पीछे दो साल के मासूम बेटे के साथ ही भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। हालांकि अभी तक उनकी शहादत के वास्तविक कारण की जानकारी नहीं मिल पाई है।
(deependra rawat Garhwal Rifle)