रानीखेत की गीता खाती का लेखनी में ऐसा हुनर, प्रकाशित हुए दो काव्य संग्रह …..
देवभूमि दर्शन से खास बातचीत:
–देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में गीता ने बताया कि वे एक बेहद सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है। उनकी मां शांती देवी एवं पिता चंदन सिंह खाती गांव में ही खेती बाड़ी करके अपनी आजिवीका चलाते है। अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गांव में ही स्थित प्राथमिक विद्यालय टाना रैली से प्राप्त करने वाली गीता ने राजकीय इंटर कॉलेज बंगोडा़ से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात कुमाऊँ विश्व विद्यालय नैनीताल से स्नातक की डिग्री हासिल की। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह पढाई के साथ साथ नौकरी भी करती हैं। बताते चलें कि महज 18 वर्ष की उम्र से लेखन के क्षेत्र में कदम बढ़ाने वाली गीता के अभी तक दो काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुकें हैं। गीता कहती हैं कि वह अपनी कविताओं के माध्यम से हिन्दी भाषा और अपनी क्षेत्रीय की बोली का प्रचार प्रसार करने के साथ ही साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहती हैं।ऑनलाइन पुस्तक खरीदने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें..👇👇👇👇
यह भी पढ़िए: पौड़ी की प्रियंका बिष्ट महज 21 वर्ष में बनी ऐसी कवित्री किताबें पहुंची अमेजॉन फ्लिपकार्ट पर