Almora Guldar Attack: ग्रामीणों को काफी मशक्कत के बाद गधेरे में मिला मृतक का क्षत विक्षत शव, शरीर का आधा हिस्सा था गायब…
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन राज्य के किसी ना किसी हिस्से से आदमखोर गुलदार, बाघ तेंदुए और भालू द्वारा ग्रामीणों पर हमले की दुखद खबरें सुनने को मिल रही है। जंगली जानवरों के इन हमलों में जहां मासूम बच्चों सहित कई ग्रामीण काल का ग्रास बन चुके हैं तो गंभीर रूप से घायल हो चुके कई अन्य ग्रामीण अभी भी अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं। जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले की ऐसी ही एक दुखद खबर आज राज्य के अल्मोड़ा जिले से सामने आ रही है जहां द्वाराहाट ब्लाक के दैना गांव में गुलदार ने बुजुर्ग ग्रामीण को अपना निवाला बना लिया है। बताया गया है कि काफी खोजबीन के बाद ग्रामीणों को मृतक का क्षत विक्षत शव करीब 18 घंटे बाद गांव से लगभग एक किमी दूर गधेरे में बरामद हुआ।
(Almora Guldar Attack)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट ब्लाक के कालीगाढ़ पट्टी की कुंवाली घाटी स्थित दैना गांव निवासी मोहन राम पुत्र स्व. प्रेमराम रोज की तरह मंगलवार शाम को भी घर से करीब सौ मीटर दूर निचले भूभाग पर चरने गई गायों को घर लाने के लिए निकले थे। बताया गया है कि इसी दौरान वहां पहले से घात लगाकर छिपे एक आदमखोर गुलदार ने उन पर एकाएक हमला बोल दिया। गुलदार मोहन राम को घसीटते हुए गधेरे की ओर ले गया। देर रात तक जब मोहन राम घर नहीं लौटे तो परेशान और चिंतित परिजनों ने अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर उनकी तलाश शुरू कर दी। परंतु मोहन राम का कहीं कोई पता नहीं चला। बुधवार को जब दुबारा उनकी तलाश शुरू की गई तो काफी मशक्कत के बाद करीब 18 घंटे बाद मोहन राम का क्षत विक्षत शव गांव से लगभग एक किमी दूर गधेरे में बरामद हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शव का आधा हिस्सा गायब था।
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बता दें कि इस घटना से जहां मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में भी दहशत और रोष व्याप्त है। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के सामने जमकर प्रदर्शन किया और गुलदार को नरभक्षी घोषित कर शिकारी तैनात किए जाने व पिंजड़ा लगाने की मांग न मानने तक शव ना उठाने की बात कही। जिस पर डीएफओ महातिम सिंह यादव ने हिंसक वन्यजीव से हर हाल में निजात दिलाने का भरोसा दिलाया और गुलदार को पकड़ने के लिए मौके पर ही पिंजड़े लगवाए जिसके बाद ही ग्रामीण मानें। फिलहाल मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है एवं वन विभाग की टीम द्वारा मृतक के परिजनों को 50 हजार रुपये की राशि का चेक प्रदान किया गया है।
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