राज्य में जंगली जानवरों का आतंक बरकरार, अब उमडाडा गांव में गुलदार ने पांच बकरियों को बनाया अपना निवाला, छः अन्य बकरियां भी लापता..
राज्य में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में जंगली जानवरों के आतंक से जहां ग्रामीणों में दहशत का माहौल है वहीं उनकी आजीविका के साथ ही प्राणों पर भी संकट उत्पन्न हो रहा है। जंगली जानवरों के आतंक की ऐसी ही एक खबर आज राज्य के पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रही है जहां मदकोट क्षेत्र के उमडाडा गांव में एक गुलदार ने उस समय पांच बकरियों को अपना निवाला बना लिया जब वह जंगल में चर रही थी। इसके अतिरिक्त छ: बकरियां अभी भी लापता बताई गई है। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौका मुआयना कर हालात का जायजा लिया। घटना से दहशतज़दा ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरे लगाने और प्रभावित ग्रामीण को बकरियों की मौत का मुआवजा देने की मांग की है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के मदकोट क्षेत्र के उमडाडा गांव निवासी यशवंत सिंह रोज की तरह बीते बुधवार को भी अपननी बकरियों को जंगल में चराने ले गए थे। बताया गया है कि इसी दौरान पहले से घात लगाकर झाड़ियों में छिपे गुलदार ने एक बकरी पर हमला कर दिया। गुलदार द्वारा अचानक हुए हमले से जहां बकरियों में अफरातफरी मच गई वहीं एकाएक हुए इस हमले से सहमे यशवंत सिंह ने तुरंत गांव लौटकर अन्य ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। जिस पर दर्जनों ग्रामीणों के साथ यशवंत दुबारा जंगल में उसी स्थान पर पहुंचे जहां उन्होंने बकरियों को चरने के लिए छोड़ रखा था। तब तक गुलदार पांच बकरियों को नोंचकर अपना निवाला बना चुका था। पांचों बकरियों को मृत अवस्था में देखकर यशवंत के पांवों तले की जमीन खिसक गई। आनन-फानन में उन्होंने अपनी अन्य बकरियों की खोजबीन की तो छः अन्य बकरियां भी लापता मिली। जिनका काफी खोजबीन करने के बाद भी कोई पता नहीं चल पाया।
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