करीब 80 फीसद साक्षरता दर वाले उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के परिदृश्य पर नजर दौड़ाएं तो पूरे चुनाव अभियान के दौरान मोदी बनाम कांग्रेस के बीच लड़ाई सिमट रही। उत्तराखण्ड की पांचों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की संख्या 52 थी पर मुकाबले में शुरू से आखिर तक भाजपा और कांग्रेस ही नजर आए। जहाँ बीजेपी और कांग्रेस के बीच हरिद्वार में कड़ा मुकाबला चल रहा था वही अब हरिद्वार संसदीय सीट पर पहले राउंड की मतगणना के बाद भाजपा के रमेश पोखरियाल निशंक ने करीब छह हजार वोटों की बढ़त बना ली है। शुरुआत में कांग्रेस के अंबरीश कुमार भाजपा से आगे चल रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे जैसे ही मतगणना ने रफ्तार पकड़ी रमेश पोखरियाल निशंक की बढ़त भी बढ़ती गई। वैसे लोकसभा के 11 चुनावों में सबसे ज्यादा पांच बार इस सीट पर भाजपा जीती है। इस लोकसभा सीट के अंतर्गत शामिल 14 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें से तीन को छोड़ दें, तो बाकी 11 भाजपा के हैं। भाजपा ने इस बार फिर से अपने कद्दावर नेता मौजूदा सांसद और पूर्व सीएम डॉ.रमेश पोखरियाल पर भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस ने हरीश रावत के ऐन मौके पर मैदान से हटने के बाद उनके विकल्प के तौर पर अनुभवी अंबरीष कुमार को सामने किया है।
बता दे की कांग्रेस के अंबरीश कुमार ने जहां भगवानपुर और लक्सर विधानसभा सीट से बढ़त बनाई है, वहीं हरिद्वार ग्रामीण और हरिद्वार शहर के मतदाताओं ने रमेश पोखरियाल निशंक पर भरोसा किया। पहले राउंड की मतगणना के बाद हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट से भाजपा के रमेश पोखरियाल निशंक को 5205, कांग्रेस के अंबरीश कुमार को 1854, बसपा के डॉ. अंतरिक्ष सैनी को 632, रानीपुर विधानसभा सीट से भाजपा के रमेश पोखरियाल निशंक को 4694, कांग्रेस के अंबरीश कुमार को 3705, बसपा के डॉ. अंतरिक्ष सैनी को 162, हरिद्वार शहर से भाजपा को 5687, कांग्रेस को 1003 और बसपा को 42 वोट मिले। कुल मिलाकर प्रतिष्ठा बचाने और प्रभुत्व जमाने की यह लड़ाई बेहद दिलचस्प हो चली है।