Himanshu Pandey lieutenant Army: मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के सेराघाट क्षेत्र के रहने वाले हैं हिमांशु, वर्तमान में हल्द्वानी तहसील क्षेत्र के लामाचौड़ में रहता है उनका परिवार, पिता करते हैं प्राइवेट नौकरी….
Himanshu Pandey lieutenant Army
बीते शनिवार को आईएमए देहरादून में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान अंतिम पगबाधा पार कर 343 युवा कैडेट्स भारतीय सेना को मिले हैं। जिनमें उत्तराखण्ड के 42 होनहार युवा भी शामिल हैं। बात उत्तराखण्ड से लेफ्टिनेंट बनने वाले इन युवाओं की करें तो इसमें नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र के लामाचौड़ निवासी हिमांशु पांडे का नाम भी शामिल हैं, जो अंतिम पगबाधा पार कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। सबसे खास बात तो यह है कि बचपन से ही सेना में भर्ती होकर मां भारती की सेवा करने का सपना देखने वाले हिमांशु ने सीडीएस परीक्षा के परिणामों में समूचे देश में नंबर वन की रैंक हासिल की थी। जिसके बाद अब उन्होंने आईएमए देहरादून से एक वर्ष का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर लेफ्टिनेंट बनने का मुकाम हासिल किया है। यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: गरूड़ के अंशुमन बने सेना में लेफ्टिनेंट, पिता करते हैं सुरक्षा गार्ड की नौकरी
Himanshu Pandey Haldwani Uttarakhand
इस अभूतपूर्व उपलब्धि को हासिल करने वाले हिमांशु मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के सेराघाट क्षेत्र के रहने वाले हैं। वर्तमान में उनका परिवार नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र के लामाचौड़ में रहता है।बता दें कि एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु के पिता कमल पांडेय जहां एक प्राइवेट फर्म में कार्यरत है वहीं उनकी मां दुर्गा देवी एक कुशल गृहणी है। अपनी प्रारम्भिक शिक्षा हल्द्वानी के एबीएम स्कूल से प्राप्त करने वाले हिमांशु ने स्व. विपिन चंद्र त्रिपाठी इंजीनियरिंग कॉलेज द्वाराहाट से बीटेक किया है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल दर्जे के छात्र रहे हिमांशु ने इंटरमीडिएट की परीक्षा 95 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण की थी। बीते शनिवार बतौर लेफ्टिनेंट सेना में सम्मिलित होने वाले हिमांशु को पहली तैनाती जम्मू-कश्मीर में मिली है।उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता भी लगा हुआ है।