kathua terror attack news in hindi: घात लगाए बैठे आतंकियों ने पहले सैनिक वाहन पर फेंके ग्रेनेड , फिर शुरू की अंधाधुंध फायरिंग, जिसमें पांच जवान शहादत को हुए प्राप्त जबकि अन्य पांच जवान हुए घायल…….
kathua terror attack news in hindi जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए बीते सोमवार को आतंकवादी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हुए जबकि पांच जवान गंभीर रूप से घायल हुए है। दरअसल आतंकवादियों ने इस घटना को करीब 3:30 बजे कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार में बदनोता गांव के पास तब अंजाम दिया जब भारतीय सेना का वाहन नियमित गस्त पर था। इस बात की सूचना पहले से ही आतंकियों को मिल चुकी थी जिसके चलते उन्होंने मल्हार सड़क से सटी एक पोजीशन ले रखी थी। जैसे ही सैन्य वाहन वहाँ से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 10 सैनिकों को लेकर गुजर रहा था तभी घात लगाए आतंकियों ने सेना के वाहन पर पहले ग्रेनेड फेंका और उसके बाद आधुनिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी जिसके चलते पांच वीर जवान शहादत को प्राप्त हो गए जबकि पांच जवान घायल हुए है। देवभूमि के पांच जवानों ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है जिनके पार्थिव शरीर देहरादून एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं जहां उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
Jammu Kashmir terror attack uttarakhand soldiers
बता दें सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि इस हमले के पीछे करीब तीन आतंकी शामिल थे जिनकी मदद कहीं ना कहीं स्थानीय गाइड के द्वारा की गई है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ले ली है जिनका कहना है कि उसके कैडर ने इस हमले में M4 एसॉल्ट राइफल, स्नाइपर ग्रेनेड और दूसरे हथियारों का इस्तेमाल किया है। आतंकी संगठन ने अपने आने वाले दिनों में इस तरह के हमले करने की कसम खाई है और संगठन का कहना है कि यह हमला 26 जून को डोडा में तीन आतंकियों की ह्त्या का बदला है। गौरतलब हो इससे पहले 9 जून को आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के शिवखोड़ी मंदिर से तीर्थ यात्रियों को ला रही एक बस पर हमला किया था जिसमें करीब 10 से अधिक लोगों की जान गई थी जबकि अन्य कई यात्री घायल हुए थे। इस हमले को अंजाम देने के बाद आतंकी जंगल में भाग गए थे जिनको खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था आतंकियों को खोजने के लिए सुरक्षा बलों और टुकड़ियों को भेजा गया था। कठुआ जिले में 1 महीने के अंदर यह दूसरा बड़ा हमला है इससे पहले 12 और 13 जून को इसी तरह की एक मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे जिसमें एक सीआरपीएफ का जवान शहीद हो गया था। इतना ही नहीं एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि आतंकी एडवांस हथियार का इस्तेमाल करते हुए अधिक लोगों को मौत के घाट उतारने की तैयारी में थे। जिसके लिए आतंकियों को रास्ता बताने में लोकल लोगों ने सहायता की है।
यह भी पढ़िए:Kathua terror attack टिहरी के विनोद भंडारी भी शहीद 3 महीने पहले पत्नी ने दिया था बेटी को जन्म रक्षा सचिव का आतंकियों को कड़ा संदेश Kathua encounter terrorist attack हमले के बाद रक्षा सचिव ने आतंकियों की कड़ी निंदा की है 5 बहादुरों की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की है। उनका कहना है कि देश के प्रति निस्वार्थ सेवा करने वाले वीर जवानों को हमेशा याद रखा जाएगा और उनके बलिदान का बदला लिया जाएगा। भारत इस हमले के पीछे की बुरी ताकतों को हराएगा।
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जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाब नबी आजाद ने इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए जम्मू प्रांत में आतंकवाद के बढ़ने को लेकर चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही घायलों के प्रति प्रार्थनाएं की है जबकि शहीद जवानों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। उनका कहना है कि आतंकवाद से निपटने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाए जाने चाहिए। राजनाथ सिंह ने संवेदनाएं की व्यक्त
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारतीय सेना के पांच वीर जवानों के प्रति दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय के इस कठिन समय में मैं उनके साथ खड़ा हूं और आतंकवादी विरोधी अभियान जारी है हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए दृढ़ है मैं इस आतंकवादी हमले मे घायल हुए जवानों की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।