Kedarnath Dham yatra 2024: केदारनाथ धाम मे भगवान के दर्शन करने वाले भक्त कम, ब्लॉगर और रील बनाने वाले पहुँच रहे भारी भरकम……..
Kedarnath Dham yatra 2024:उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है क्योंकि यहां के कण- कण मे देवी – देवता निवास करते है जिनके प्रति लोगों की सच्ची भक्ति और पूर्ण आस्था होती है जिसके चलते देवभूमि मे पूरे विश्वभर के लोग यहाँ देवताओं के दर्शन करने और आशीर्वाद पाने के लिए भारी संख्या मे पहुंचते हैं लेकिन इसके साथ ही कुछ लोग ऐसे भी जिन्हें भगवान के दर्शन करने से कोई मतलब नही है बल्कि सिर्फ व्यूज पाने के लिए अपने व्लॉग और रील्स वीडियो बनाने से मतलब है। जी हाँ ऐसा ही कुछ नजारा आजकल कपाट खुलते ही केदारनाथ धाम में दिखाई दे रहा है जहां पर भारी संख्या में यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। जिन में से सिर्फ कुछ गिने चुनें लोग ही है जो भगवान के दर्शन करने के लिए केदारनाथ धाम में पहुंच रहे हैं और भगवान के समक्ष सच्ची श्रद्धा भक्ति से हाथ जोड़कर उनका ध्यान कर रहे है। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी तीर्थ यात्री यहां पर पहुंच रहे हैं जिन्हें भगवान के समक्ष हाथ जोड़ने की भी फुर्सत नहीं है बल्कि यात्रियों के हाथों मे सिर्फ रील्स बनाने और ब्लॉग बनाने के लिए 24 घण्टे उनके हाथों मे फोन दिखाई दे रहा है। कोई केदारनाथ धाम मे रील्स बना रहा है तो कोई अपना व्लॉग वीडियो ही बनाने मे व्यस्त दिखाई दे रहा है उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानों यहाँ पर कोई रील और ब्लॉग बनाने की प्रतियोगिता चल रही हो। ऐसा लग रहा है कि जैसे केदारनाथ धाम में रील्स बनाने वालों और ब्लॉग बनाने वालों की एक बाढ़ सी आ गई है। बता दें पिछले वर्ष ही केदारनाथ धाम में अनुचित रील्स वायरल हुई थी जिसके बाद मंदिर समिति ने रील ना बनाने वाले और मर्यादित कपड़े पहनने वाले बोर्ड लगाए थे लेकिन बावजूद इसके रील बनाने वाले भक्तों की भरमार इस वर्ष भी बहुत अधिक नजर आ रही है।
बीते बुधवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें कुछ युवक यात्री ढोल बजाते हुए तेज ध्वनि के साथ नाच रहे थे और वीडियो भी बना रहे थे लेकिन जैसे ही मंदिर समिति को इसका पता चला तो उन्होंने तुरंत उनके सामान को फेंकते हुए कहा कि यह सब करना यहां पर उचित नहीं है और साथ ही अन्य यात्रियों को भी संदेश दिया है कि धाम में सिर्फ दर्शन के लिए ही आए ना कि सोशल मीडिया पर दिखावा करने के लिए। इतना ही नही धीरे-धीरे केदारनाथ धाम जैसे पवित्र स्थान को कुछ लोगों के अनुचित व्यवहार द्वारा तीर्थाटन से पर्यटन में बदलने का पूर्ण प्रयास किया जा रहा है। केदारनाथ धाम यात्रा की पौराणिक परंपराएं धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है जिसके चलते मंदिर समिति सरकार और तीर्थ पुरोहितों को इस पर ध्यान देना चाहिए और लोगों को तीर्थ की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। यदि कोई तीर्थ यात्रा के नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे केदारनाथ धाम जैसे पवित्र स्थान की मर्यादा बनी रहे।