कोटद्वार की रोहिणी ने बढ़ाया उतराखण्ड का मान ,भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में बनी वैज्ञानिक
राज्य के प्रतिभाशाली युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। बात अगर केवल राज्य की बेटियों की ही करें तो भी देवभूमि उत्तराखंड की होनहार बेटियों ने न सिर्फ अपनी काबिलियत के दम पर ऊंचे-ऊंचे मुकाम हासिल किए हैं बल्कि अनेकों बार समूचे प्रदेश को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर भी प्रदान किया है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही प्रतिभावान बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जो भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुम्बई में साइंटिफिक ऑफिसर बन गई है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार की रहने वाली रोहिणी अग्रवाल की, जिसका चयन भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुम्बई में बतौर साइंटिफिक ऑफिसर हो गया है। रोहिणी की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार निवासी रोहिणी अग्रवाल भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुम्बई में बतौर साइंटिफिक ऑफिसर चयनित हुई है। बता दें कि अपनी प्रारंभिक शिक्षा सिमलचौड़ स्थित टीसीजी पब्लिक स्कूल से तथा इंटरमीडिएट तक की शिक्षा बलभद्रपुर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल से अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण करने वाली रोहिणी ने बीएससी ऑनर्स रसायन विज्ञान की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध कॉलेज मिरांडा हाऊस प्राप्त करते हुए कालेज टॉप किया। इतना ही नहीं बचपन से पढ़ाई में अव्वल दर्जे की छात्रा रही रोहिणी ने इसके उपरांत न केवल आईआईटी दिल्ली से रसायन विज्ञान में एमएससी करने के बाद उत्तराखण्ड सेट एवं यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा उच्च अंकों के साथ उत्तीर्ण की बल्कि वह प्रधानमंत्री नेशनल रिसर्च फैलोशिप प्राप्त करने में सफल रही। बताते चलें कि रोहिणी के पिता प्रो विजय कुमार अग्रवाल वर्तमान में राजकीय महाविद्यालय कोटद्वार भाबर में प्राचार्य के पद पर कार्यरत है जबकि उनकी मां शशि अग्रवाल एक कुशल ग्रहणी है।