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Kyarkholi to Parasosera motor road
फोटो देवभूमि दर्शन

उत्तराखण्ड

चम्पावत: खस्ताहाल हुई क्यारखोली से पाड़ासोसेरा सड़क, ग्रामीणों ने की पुनः डामरीकरण की मांग

Kyarkholi to Parasosera motor road: सड़क पर पुनः डामरीकरण और लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित करने की मांग को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं ग्रामीण, शासन प्रशासन ने नहीं ली अभी तक सुध…

Kyarkholi to Parasosera motor road
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में ग्रामीणों की लाइफलाइन कहें जाने वाले संपर्क मार्गों की स्थिति क‌ई बार बदतर हो जाती ती है। अपने गांव की सड़क को सुधारने के लिए ग्रामीण सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते हैं , अपने जनप्रतिनिधियों, नेताओं को ज्ञापन देते हैं। परंतु उन्हें आश्वासनों के अतिरिक्त कुछ नहीं मिलता। ऐसी ही एक खबर आज राज्य के चम्पावत जिले के लोहाघाट विकासखंड के बाराकोट क्षेत्र से सामने आ रही है। जहां क्वारखोली से पाड़ासौंसेरा तक बदहाल सड़क पर डामरीकरण करने और सड़क को पीएमजीएसवाई से लोनिवि को हस्तांतरित करने की मांग, ग्रामीण काफी लंबे समय से उठा रहे हैं। बीते दिनों भी उन्होंने डामरीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
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देवभूमि दर्शन को जानकारी देते हुए मोटर मार्ग से संबंधित गांवों से ताल्लुक रखने वाले गोलू अधिकारी बलवंत अधिकारी अमित बिष्ट गोकुल अधिकारी भारत अधिकारी ललित अधिकारी मनोज अधिकारी राहुल अधिकारी सुमित अधिकारी, प्रकाश अधिकारी मोहित अधिकारी मनोज अधिकारी सूरज अधिकारी आदि ने बताया कि आठ साल पहले पीएमजीएसवाई द्वारा करीब 15 किलोमीटर मोटर मार्ग पर डामरीकरण किया गया। अब सड़क से डामर उखड़ गया है। ऊबड़खाबड़ मोटर मार्ग पर आवाजाही करने पर हर समय दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
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BARAKOT News Lohaghat CHAMPAWAT ग्रामीणों ने कहा कि इस मार्ग से रावल गांव, सूराकोट, पाड़ासौंसेरा, झिरकुनी, छुलापें आदि गांवों के आठ से दस हजार लोग आवाजाही करते हैं। कई बार वार शासन-प्रशासन से बदहाल सड़क के डामरीकरण करने की मांग की जा चुकी है लेकिन ग्रामीणों की मांग को अनसुना किया जा रहा है। बीते दिनों कृष्णा अधिकारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई से डामरीकरण के बाद सड़क को लोक निर्माण विभाग को रखरखाव के लिए सौंपने की मांग भी उठाई। उधर दूसरी ओर इस संबंध में पीएमजीएसवाई के अभियंता देवेश कोहली का कहना है कि सड़क के रखरखाव का पांच वर्ष का समय समाप्त हो गया है। इस सड़क को लोनिवि को हस्तांतरित करने के लिए पत्रावली बीते वर्ष ही भेज दी गई है।

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