उत्तराखण्ड: पहाड़ में भारी बारिश से भूस्खलन, मकान ध्वस्त;19 वर्षीय किशोरी सहित दो मवेशियों की मौत
देवभूमि उत्तराखंड में पिछले चार महीनों से प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप जारी है। आज एक बार फिर राज्य के अल्मोड़ा जिले से एक ऐसी ही प्राकृतिक आपदा की खबर आ रही है। जहां अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन होने से एक आवासीय मकान ध्वस्त हो गया और मकान के मलबे में दबने से 19 वर्षीय किशोरी और दो मवेशियों की मौत हो गई। जबकि मकान में मौजूद परिवार के अन्य चार सदस्यों एवं मवेशियों को ग्रामीणों द्वारा बचा लिया गया है। साथ ही ग्रामीणों का यह भी कहना है कि गांव के ऊपर बन रही जाजर-कोला मोटर मार्ग के चलते यह लैंड स्लाइडिंग हुई है। बताया गया है कि जेसीबी मशीन से हो रहे सड़क निर्माण और निर्माणाधीन सड़क के नीचे बसे परिवारों को आसन्न खतरे की सूचना प्रशासन, संबंधित विभाग सहित समाधान पोर्टल पर ग्रामीणों द्वारा तीन महीने पहले ही दर्ज करा ली गई थी। लेकिन उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस हादसे के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी विकासखंड के अन्तर्गत आने वाले दूरस्थ गांव जाजर में आज सुबह तेज बारिश के कारण भूस्खलन होने से कमला देवी पत्नी स्व.देवीदत्त का मकान धराशाई हो गया। बारिश के कारण हुआ भूकटाव इतना तेज था कि मकान के पीछे की पूरी दीवार और छत जमींदोज हो गई। जिससे पूरा मलबा घर के अंदर घुस गया। मलबे की चपेट में आने से घर में सो रही 19 साल की बालिका की मौत हो गई है। जबकि एक गाय और एक बकरी भी मलबे में दबकर मौत का शिकार हो गए। अन्य पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक मलबा मकान के ऊपर से भरभरा कर आया और कुछ ही क्षणों में सब काम तमाम हो गया। आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने दबे हुए लोगों को बाहर निकाला और थाने में व आपदा कंट्रोल रूम को सूचना दी। एक घंटे के भीतर ही टीम पहुंच गई। जिससे घर में सोए हुए अन्य सदस्यों कमला देवी की बहू हेमा, पुत्र पंकज पुत्री भावना एक पोता और पोती की जान बच गई।
