उत्तराखंड के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों मे हुई बर्फबारी एवं मैदानी क्षेत्रों में बारिश से बड़ी ठंड, चलने लगी शीत लहर
उत्तराखंड में मौसम विभाग द्वारा उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना पहले ही जताई थी ।मौसम विभाग द्वारा बताया गया था कि 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक मैदानी क्षेत्रों में बारिश तथा पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है ।इसके साथ ही गुरुवार को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई। केदारनाथ, बदरीनाथ और यमुनोत्री धाम में दोपहर बाद हल्की बारिश और बर्फबारी हुई।पिथौरागढ़ और बागेश्वर के उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी और कुमाऊं भर में बादल छाए रहने से तापमान मे भारी गिरावट नजर आई। उच्च हिमालयी क्षेत्र हंसलिंग, राजरंभा, पंचाचूली, दारमा, व्यास, चौंदास वैली में हल्का सा हिमपात हुआ। बागेश्वर में पिंडर घाटी के जातोली, फुर्किया, धाकुड़ी के ऊंचाई वाले स्थानों में हल्की बर्फबारी हुई। ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के कारण चली ठंडी हवाओं ने लोगो को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया।
उच्च पर्वतीय क्षेत्र में हुई बर्फबारी से मैदानी क्षेत्रों में भी ठंडी हवाओं के साथ ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार अनुमान लगाया गया था कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। अगले ही दिन चमोली जनपद में दोपहर बाद बारिश और बर्फबारी होने से कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। नीती -माणा की घाटियों में बृहस्पतिवार को जमकर बर्फबारी हुई। बर्फबारी देर शाम तक हुई। कड़ाके की ठंड के चलते लोग भी दिनभर घरों से बाहर नही निकले।बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, नंदा घुंघटी, काली माटी और नीती घाटी के गांवों में भी भारी बर्फबारी हुई है।वहीं देवाल ब्लॉक के रूपकुंड, वेदनी, आली बुग्याल, बगुवावासा ब्रह्मताल में बर्फबारी हुई ।इसके साथ ही वांण, घेस, हिमनी, बलाण, पिनाऊं, कुलिंग, लोहाजंग, वांक, सौरीगाड़, रामपुर, तोरती गांव में ठंडी शीतलहर चल रही है।पहाड़ों की रानी मसूरी में भी देर शाम बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। दो दिनों से बादल छाए रहने से शहर में ठंड बढ़ गई है।ठंड के कारण मसूरी के माल रोड पर पर्यटको की आवाजाही भी शाम के समय कम रही।