Rudrapur: 24 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियर ने नाइट्रोजन गैस (Nitrogen Gas) सूंघकर की आत्महत्या, परिजनों में मचा कोहराम..
राज्य के ऊधमसिंह नगर जिले के रूद्रपुर (Rudrapur) से दुखद खबर सामने आ रही है जहां एक 24 वर्षीय मेकेनिकल इंजीनियर ने परिजनों की गैर मौजूदगी में नाइट्रोजन गैस (Nitrogen Gas) से भरे सिलिंडर को सूंघकर आत्महत्या कर ली। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उसके आत्महत्या करने का वास्तविक कारण क्या था? घटना की सूचना मिलने पर मृतक के घर पहुंची पुलिस जहां एक ओर आत्महत्या के सभी कारणों की जांच कर रही है वहीं दूसरी ओर पुलिस के लिए यह अनसुलझी पहेली बन गया है कि नाइट्रोजन से भरा सिलिंडर घर में कहां से आया। बताया गया है कि मृतक युवक इसी वर्ष फरीदाबाद से अपनी पढ़ाई पूरी कर लाकडाउन से कुछ समय पहले ही अपने घर लौटा था। उसकी अकस्मात मौत की खबर से जहां परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं नौजवान की आत्महत्या की खबर सुनकर पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
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मृतक के पिता करते हैं सिडकुल में नौकरी, परिजनों की गैरमौजूदगी में उठाया नासमझी वाला कदम, पुलिस कर रही है जांच:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से पंजाब निवासी अमरीक सिंह वर्तमान में राज्य के ऊधमसिंह नगर जिले के रूद्रपुर तहसील के सी-2 जनपथ इनक्लेव में रहकर सिडकुल की एक कंपनी में नौकरी करते थे। बताया गया है कि उनका 24 वर्षीय पुत्र दीपक एक मेकेनिकल इंजीनियर था जो इसी वर्ष फरीदाबाद से अपनी पढ़ाई पूरी कर घर वापस लौटा था। तीन रोज पूर्व दीपक की मां किसी रिश्तेदार के यहां विवाह समारोह में सम्मिलित होने चले गई थी और दीपक अपने पिता के साथ घर पर ही था। रोज की तरह दीपक के पिता जब शाम को ड्यूटी से घर लौटे तो उन्होंने दरवाजा खटखटाकर दीपक को आवाज दी परंतु घर के अंदर से काफी देर तक कोई हलचल ना होता देख किसी अनिष्ट की आंशका से घबराए अमरीश ने पड़ोसियों को बुलाकर जब अंदर देखा तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। दीपक बिस्तर पर अचेत पड़ा था। आनन-फानन में उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना देकर दीपक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ट्रांजिट कैंप थाना प्रभारी के अनुसार दीपक ने आत्महत्या कर अपनी जान दी थी। उन्होंने उसकी मौत का कारण कमरे में रखे नाइट्रोजन गैस के सिलिंडर में पाइप लगाकर मुंह से लंबी सांस लेना बताया जिसके कारण जहरीली गैस उसके फेफड़ों तक पहुंच गई थी।
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