उत्तराखण्ड का लाल जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में हुआ शहीद… बुझ गया घर का चिराग
उत्तराखण्ड के एक वीर जवान से सम्बंधित जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा से एक बेहद दुखद खबर आ रही है। जहां कुपवाड़ा के लंगेट इलाके में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना में देवभूमि के एक जांबाज सहित भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए हैं। भारतीय सेना द्वारा शहीद जवानों की पहचान उत्तराखंड के देहरादून निवासी राइफलमैन भीम बहादुर एवं मध्य प्रदेश के रेवा जिले के गोंडारी गांव के निवासी अखेलिश कुमार पटेल के रूप में की गई है। बताया गया है कि दुर्घटना बुधवार रात को बर्फबारी के चलते कम दृश्यता के कारण हुई। दुर्घटना के बाद दोनों जवानों को सेना के अधिकारियों द्वारा सेना अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद सेना के अधिकारियों ने आज उनका पार्थिव शरीर उनके घर को रवाना कर दिया है। वहीं दूसरी ओर जवान के घर में दुर्घटना का समाचार मिलने के बाद से ही कोहराम मचा हुआ है। माता-पिता की आंखों से तो आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। बताया गया है शहीद राइफलमैन भीम बहादुर अपने घर के इकलौते चिराग थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के लंगेट इलाके में हुई सड़क दुर्घटना में देवभूमि उत्तराखंड के भी एक जवान शहीद हो गए है। शहीद जवान राइफलमैन भीम बहादुर पुन पुत्र विजय पुन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के विजयपुर गोपीवाला अनारवाला गांव के निवासी थे। बताया गया है कि दुर्घटना बुधवार देर रात को बर्फबारी के कारण कम दृश्यता के चलते हुई। दुर्घटना में बेटे के शहीद होने की खबर से जवान के परिजन सदमे में हैं। घर के लाडले की मौत की खबर से माता-पिता की तो आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। रह-रह कर आंखों से गिरती आंसूओं की धारा के बीच वह बस अपने लाडले का नाम ही पुकार रहे है। उनकी इस बेसुध हालत को देखकर तो पत्थर भी पिघल जाए, परन्तु मृत्यु के अटल सत्य को कौन बदल सकता है यही बात आस-पड़ोस के ग्रामीण उन्हें सांत्वना देते वक्त समझा रहे हैं। बता दें कि शहीद राइफलमैन भीम बहादुर की आयु अभी केवल 27 वर्ष ही थी और वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे।
