Tarun MAMGAIN army lieutenant : चमोली के तरुण ममगाई सेना में बने लेफ्टिनेंट, सूबेदार पिता की बेटे की सफलता पर भर आई आँखे, भीगी आँखो से बेटे को किया सेल्यूट….
Tarun MAMGAIN army lieutenant : उत्तराखंड के होनहार युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है वह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत, लगन व प्रतिभा के दम पर सफलता के नए-नए आयामों को छू रहे हैं इसके साथ ही अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य का नाम भी रोशन कर रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि यहां के बहुत सारे युवा भारतीय सेना , जल सेना, नौसेना, वायु सेना में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत है जो देश की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान तो दे ही रहे है लेकिन इसके अलावा प्रदेश के कुछ युवा यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर विशेष उपलब्धि भी हासिल कर रहे हैं जो समाज मे बदलाव लाकर अन्य बच्चों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनते जा रहे है। हम आए दिन आपको ऐसे ही होनहार युवाओं से रूबरू करवाते रहते हैं जो किसी विशिष्ट क्षेत्र में अपनी मेहनत के जरिए पहचान बना रहे है। आज हम आपको चमोली जिले के तरुण ममगाई से रूबरू करवाने वाले हैं जो IMA से पास आउट होकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं।
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Tarun MAMGAIN Gairsain chamoli बता दें चमोली जिले के गैरसैंण तहसील के कोठा गांव के निवासी तरुण ममगाई बीते शनिवार को देहरादून के IMA से पास आउट होकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। दरअसल तरुण के पिता महेशानंद ममगाई भी भारतीय सेना के सूबेदार पद पर तैनात हैं। जबकि तरुण के दादा मोहन दत्त BRO मे अपनी सेवाएं दे चुके हैं। तरुण के चचेरे भाई संजय भी भारतीय सेना में मेजर के पद पर तैनात है जिसके चलते तरुण को बचपन से ही घर में सेवा का माहौल मिला है। जिसके कारण तरुण ने भी देश सेवा करने का फैसला लिया। जिसके लिए तरुण ममगाई ने तीसरे प्रयास में टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स टीजीसी उत्तीर्ण कर भारतीय सेना में अधिकारी बनने का सपना पूरा किया है। बताते चले तरुण ने अपनी पांचवी तक की शिक्षा आर्मी स्कूल दिल्ली कैंट से प्राप्त की है तत्पश्चात वो 6 से 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के लिए इंदौर के आर्मी स्कूल चले गए थे।
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Tarun MAMGAIN IMA dehradun इसके बाद उन्होंने इंदौर के मेडिकैप विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की और अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन अपने परिजनों का मान बढ़ाया है। अपने बेटे को सेना में अधिकारी बना देख उनके पिता महेशानंद की आँखे भर आई और उन्होंने नम आंखों से अपने बेटे को सैल्यूट किया। वहीं तरुण की माता रेखा ममगाई अपने बेटे की इस विशेष उपलब्धि पर बेहद प्रसन्न होती हुई दिखाई दी। तरुण की बहन अंजली मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। तरुण के पिता बताते हैं कि उनके रिटायरमेंट के लिए अभी 2 साल बाकी है उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि वो और उनके पुत्र एक ही समय में एक साथ देश सेवा करेंगे। तरुण की इस विशेष उपलब्धि के बाद से उन्हें लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।