Tharkot Lake Pithoragarh: पिथौरागढ़ नगर से महज 10 किमी दूर स्थित है यह झील, लोग जमकर उठा रहे बोटिंग का लुत्फ….
Tharkot Lake Pithoragarh
विषम भौगोलिक परिस्थितियों से घिरे उत्तराखण्ड राज्य की हसीन वादियां हमेशा से ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है। अब सरकार भी उत्तराखंड को पर्यटक हब के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए न सिर्फ इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि पर्यटकों को किसी बात की असुविधा ना हों बल्कि सरकार नए नए स्थलों को भी टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित कर रहीं हैं। शासन प्रशासन के सहयोग से अब पिथौरागढ़ में भी एक और टूरिस्ट स्पॉट तैयार हो गया है जी हां… बात हो रही है सिंचाई विभाग की ओर बनाई गई थरकोट झील की, पिथौरागढ़ नगर से महज 10 किमी दूरी पर स्थित यह झील न केवल पर्यटकों के लिए नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन रही है बल्कि यहां लोग बोटिंग का भी जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बोटिंग शुरू होने के बाद यहां हर रोज घूमने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।
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पूर्व वित्त मंत्री एवं स्थानीय विधायक स्वगीर्य प्रकाश पंत का था ड्रीम प्रोजेक्ट, 2007 में किया था शिलान्यास:-
आपको बता दें कि पिथौरागढ़ स्थित थरकोट झील राज्य के पूर्व वित्त मंत्री एवं स्थानीय विधायक स्वगीर्य प्रकाश पंत का था ड्रीम प्रोजेक्ट था। उन्होंने चुनावों के दौरान लोगों से न केवल इसके निर्माण का वादा कर वोट मांगे बल्कि वर्ष 2007 में तत्कालीन पर्यटन मंत्री प्रकाश पंत ने इसका शिलान्यास भी किया था। काफी जद्दोजहद के बाद वर्ष 2018 में इस झील का निर्माण कार्य शुरू हुआ और करीब 32 करोड़ की लागत से 750 मीटर लंबी, 53 मीटर चौड़ी और 15 मीटर गहरी कृत्रिम झील का निर्माण कार्य वर्ष 2024 में पूर्ण हुआ। जिसके बाद बीते सप्ताह ही विभाग द्वारा यहां बोटिंग शुरू की गई है । बताते चलें कि वर्तमान में यहां छह से अधिक बोट का संचालन हो रहा है। नौकायन का किराया 150 से 300 रुपये के मध्य रखा गया है। सबसे खास बात तो यह है कि यह झील न केवल दिन की तेज धूप में प्रकृति की शानदार वादियों का दीदार कराती है बल्कि रात के वक्त भी दूधिया रोशनी से चमकती हुई खूबसूरत नजर आती है। इतना ही नहीं झील के चारों ओर पर्यटकों के घूमने के लिए इंटर लाकिंग पैदल मार्ग बनाया गया है। जिसमें स्थानीय लोग सुबह शाम की सैर भी कर रहे हैं।