चालक की सूझबूझ से टला एक बड़ा हादसा, चलती रोडवेज बस की रॉड का नट खुलने से दोनों पहिए हो गए थे फ्री…
अपने अजीबोगरीब करतबों की वजह से अधिकांशतः चर्चाओं का हिस्सा बनें रहने वाली उत्तराखण्ड रोडवेज से जुड़ी एक खबर आज राज्य के नैनीताल जिले से सामने आ रही है जहां बीते रोज उस समय रोडवेज बस में सवार 33 यात्रियों की सांसें अटक गई जब चलती बस के अगले पहियों की रॉड अचानक निकल गई। यह दर्दनाक वाकया ज्योलीकोट बाजार के पास घटित हुआ वो तो गनीमत रही कि बस चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तत्परता दिखाकर बस रोक दी अन्यथा एक भयावह सड़क हादसा हो सकता था जिसका परिणाम काफी दुखद होता, बीच बाजार में हादसा होने के कारण इस हादसे बस में सवार यात्रियों के साथ ही राहगीरों के जान-माल का नुक़सान होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। यह भी पढ़ें- रोडवेज ने सुधारी अपनी गलती, बस पर लिखा उत्ताखंड को किया उत्तराखंड
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रोज उत्तराखण्ड परिवहन निगम के पिथौरागढ़ डिपो की एक बस पिथौरागढ़ से हल्द्वानी की ओर जा रही थी। बताया गया है कि शाम को छः बजे के आसपास जैसे ही बस ज्योलिकोट बाजार के पास पहुंची तो एकाएक बस के अगले हिस्से के टायरों को रोकने वाली रॉड का नट खुल कर गिर गया जिससे दोनों पहिये फ्री हो गए। जिस कारण बस असंतुलित होने लगी। बस को असंतुलित होता देख जहां यात्रियों में अफरातफरी मच गई वहीं बस चालक नवीन चंद्र ने खतरे का एहसास होते ही सूझबूझ का परिचय देते हुए ब्रेक मार कर बस रोक दी। इससे न केवल बस कुछ दूर जाकर रूक गई बल्कि बस में सवार करीब 33 यात्रियों की जान पर आया एक बड़ा संकट भी टल गया। इस संबंध में बस सवार यात्रियों ने खुद चालक नवीन की सूझबूझ और तत्परता की सराहना की है उनका कहना है कि यदि चालक ने थोड़ी सी भी देरी कर दी होती तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।