uttarakhand: निर्माणाधीन आल वेदर रोड पर इससे पहले भी हो चुके हैं कई हादसे..
इस वक्त की सबसे बड़ी दुखद खबर राज्य के चमोली जिले से आ रही है जहां निर्माणाधीन ऑल वेदर रोड में कार्यरत तीन मजदूर एक चट्टान के टूट जाने से दब गए और उन्होंने मौके पर ही दम तोड दिया। घटना बदरीनाथ हाईवे पर स्थित चमोली चाड़ा की है। बताया गया है कि शनिवार को तड़के तीन बजकर पचास मिनट पर जब रोड पर जमा मलबे की सफाई की जा रही थी तो अचानक चट्टान से एक भारी बोल्डर टूटकर वहां आ गिरा जिससे जेसीबी के केबिन में काम कर रहे तीन कर्मचारी मलबे में दब गए और उनकी मौत हो गई। हादसे की सूचना पर दुर्घटनास्थल पर पहुंची चमोली पुलिस ने गैस कटर से केबिन को काटकर तीनों मजदूरों के शव बाहर निकाले और उन्हे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। हादसे के बाद यातायात को कोठियालसैंण-नंदप्रयाग सड़क पर डायवर्ट कर दिया गया है। मृतकों की पहचान राकेश (ऑपरेटर), हिमांशु (जेई) और पंकज के रूप में हुई है।
यह भी पढ़ें:- उत्तराखण्ड की बेटी दृष्टि बनी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, प्रदेश को किया गौरवान्वित
आज भी नहीं खुलेगा तीन दिन से बंद पिथौरागढ़-घाट नेशनल हाइवे:- उधर राज्य के पिथौरागढ़ जिले में निर्माणाधीन ऑल वेदर रोड दिल्ली बैंड में लगातार मलबा आने से पिथौरागढ़-घाट नेशनल हाइवे में बीते तीन दिनो से बंद हैं। शुक्रवार को भी इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। वहीं सीमांत की इस लाइफ के शनिवार शाम तक खुलने की संभावना है। एनएच अधिकारियों के मुताबिक एनएच ने शनिवार की देर शाम तक सड़क खोलने की बात कही है। बता दें कि बीते मंगलवार की रात मलबा आने से पिथौरागढ़-घाट एनएच पर बुधवार की सुबह से वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी हुई है। बुधवार शाम को कुछ समय के लिए एनएच खोला गया था इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली बैंड के साथ ही दो अन्य स्थानों पर पहाड़ी दरक गई और मलबा आने से मार्ग फिर अवरुद्ध हो गया था। बताया गया है कि दिल्ली बैंड पर लगातार पत्थर चट्टानों से गिर रहे हैं। मलबा नहीं हटने से शुक्रवार को भी एनएच में यातायात ठप रहा। जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यह भी पढ़ें:- उत्तराखण्ड में बड़ी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या, दो और लोगों की रिपोर्ट आई पोजिटिव