uttarakhand: कड़ी मेहनत के बलबूते प्राप्त किया पूरे राज्य में तीसरा स्थान..
वाकई आज देवभूमि उत्तराखंड (devbhoomi uttarakhand) के युवा किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। राज्य (uttarakhand) के इन होनहार युवाओं ने प्रतिभाओं के दम पर हर क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियों को दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर कर दिया है। बात अगर राज्य (uttarakhand)की बेटियों की करें तो देवभूमि की बेटियों ने तो प्रदेश से लेकर देश-विदेश तक अपनी प्रतिभा का ऐसा जलवा बिखेरा है कि हर कोई उनकी तारीफ करते हुए नहीं थकता। आज हम आपको राज्य (uttarakhand) की एक ओर ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू करा रहे हैं जिसने असिस्टेंट प्रोफेसर बनकर न सिर्फ अपने सपने को साकार किया है अपितु पूरे प्रदेश में सामान्य वर्ग में तीसरा स्थान भी हासिल किया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य (uttarakhand) के पिथौरागढ़ जिले की रहने वाली तनुजा पोखरिया की, जिनका चयन भूगोल के असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए हो गया है। तनुजा की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है।
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गांव के स्कूल से ही की है पढ़ाई: बता दें कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर-भूगोल का परीक्षा परिणाम बीते मंगलवार को घोषित कर दिया गया। इस परीक्षा में राज्य (uttarakhand) के पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट विकासखंड के डूंगरा (गर्खा) गांव निवासी तनुजा पोखरिया ने भी सफलता हासिल की है। बताते चलें कि वर्तमान में पिथौरागढ़ जिले के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ऐचोली में कार्यरत तनुजा ने आयोग द्वारा जारी चयन सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। तनुजा ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपने गांव के स्कूल से ही उप्तीर्ण की। जिसके बाद उन्होंने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा राजकीय इंटर कॉलेज गर्खा से प्रथम श्रेणी में उप्तीर्ण की। तदुपरांत तनुजा ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणनगर से बीए तथा लक्ष्मण सिंह महर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ से भूगोल से एमए में भी प्रथम श्रेणी प्राप्त की। डूंगरा गांव के गणेश सिंह पोखरिया की बेटी तनुजा ने एमए के बाद बीएड, यूटीईटी और एनईटी भी उप्तीर्ण किया जिसके बाद अब वह भूगोल विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर बन गई है। तनुजा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने कठिन परिश्रम के साथ ही अपने माता-पिता एवं गुरुजनों को दिया है।
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