uttarakhand: देवभूमि में गहराया कोरोना का संकट, पहाड़ में कभी भी फट सकतें हैं कोरोना बम..
पूरा देश वैसे ही कोरोना से संकटग्रस्त है ऊपर से दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज में शामिल लोगों ने इस कोरोना रूपी आग में घी डालने का काम किया है। वैसे यदि इन लोगों को कोरोना बम के नाम से सम्बोधित किया जाए तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इन लोगों ने काम ही कुछ ऐसा किया है। निजामुद्दीन मरकज में शामिल लोगों की वजह से जहां आज पूरे देश पर कोरोना का संकट और अधिक गहरा गया है वहीं अन्य राज्यों की तरह देवभूमि उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। राज्य से लगभग 26 लोग निजामुद्दीन मरकज की जमात में शामिल हुए थे। सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह है कि देवभूमि उत्तराखंड में यह सिर्फ मैदानी जिलों तक सीमित नहीं है अपितु कई पर्वतीय जिले भी अब इसकी चपेट में हैं। नैनीताल, अल्मोड़ा और पौड़ी जिले से इस जमात में कई लोग शामिल हुए थे जो कि सबसे अधिक चिंता की बात है। पहाड़ी इलाकों में अगर गलती से भी कोरोना फैल जाता है तो यह बहुत जल्दी विकराल रूप धारण कर लेगा, जिसको हममें से कोई नहीं रोक पाएगा ना ही सरकार और ना ही शासन-प्रशासन, देखते ही देखते गांव के गांव इसकी चपेट में आ जाएंगे क्योंकि वहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत आज सर्वविदित है।
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उत्तराखंड से 34 लोग हुए थे शामिल, कुमाऊं-गढवाल के पर्वतीय जिलों पर भी छाए संकट के बादल:-
दिल्ली से अब तक मिल रही जानकारी के अनुसार निजामुद्दीन मरकज की इस जमात में उत्तराखण्ड से 34 लोग शामिल हुए थे। हालांकि उत्तराखण्ड शासन का कहना है कि अभी तक उसके पास केवल यही आधिकारिक जानकारी है कि राज्य से 26 लोग इस जमात में गए थे, साथ ही शासन-प्रशासन ने इस बात से भी इंकार नहीं किया है कि यह संख्या अब नहीं बढ़ सकती। उल्टा जब से निजामुद्दीन मरकज में उत्तराखंड से लोगों के शामिल होने की खबर सामने आई है तब से शासन-प्रशासन के अधिकारियों के माथे पर भी खूब बल पड़ा। जमात में शामिल इन सभी लोगों का पता लगाना सच में उसके लिए एक टेड़ी खीर साबित हो रहा है। बताया गया है कि इस जमात में जहां रानीखेत से 4 लोग एवं रामनगर से नौ लोग शामिल हुए थे वहीं उत्तरकाशी से भी तीन लोगों ने इसमें भाग लिया था। बाकी लोगों की जानकारी जुटाने में जुटा हुआ है, जिनके नैनीताल, देहरादून, पौड़ी एवं टिहरी जिलों से होने की आंशका खुफिया विभाग द्वारा जताई गई है। वहीं खुफिया तंत्र की जांच पड़ताल में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है कि प्रदेश के 280 लोग अभी जमात में बाहर गए हुए हैं। ये लोग अभी किस राज्य में हैं, इसका कोई पता नहीं चल पाया है।
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