Uttarakhand Transport Corporation News: उत्तराखंड परिवहन निगम को कंपनियों के कलपुर्जो से मिली शिकायत तो सीधे बंद कर दी सप्लाई
उत्तराखंड परिवहन निगम हमेशा ही चर्चाओं में रहता है कभी चालक परिचालक के किसी अनोखे काम की वजह से तो कभी रोडवेज बसों के बीच सफर में हांफने से। लेकिन इस बार उत्तराखंड परिवहन निगम ने कोई अजब गजब कारनामा तो नहीं किया है बल्कि काफी अच्छा काम किया है। जी हां उत्तराखंड परिवहन निगम में बसों के लिए निम्न गुणवत्ता के एयर, मोबिल-आयल व डीजल फिल्टर सप्लाई करने वाली दो कंपनियों के भुगतान पर परिवहन निगम मुख्यालय ने रोक लगा दी है। इतना ही नहीं दोनों कंपनियों की सप्लाई रोकने के साथ ही विभिन्न कार्यशालाओं के स्टोर में उपलब्ध इनके कलपुर्जे उपयोग न करने के आदेश भी दिए गए हैं। जिसके बाद परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने इन सभी कलपुर्जों की जांच सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ रोड ट्रांसपोर्ट (सीआइआरटी) पुणे से कराने का आदेश मंडलीय प्रबंधक तकनीकी को दिया है।(Uttarakhand Transport Corporation News)
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आपको बता दें कि पिछले एक माह से रोडवेज बसों में तकनीकी खराबी आने की वजह से बसें अलग-अलग रूट पर बंद पड़ गई। बताते चलें कि पिछले डेढ़-दो माह से कलपुर्जों में लगातार शिकायत आ रही। जिसके चलते गत 24 जून को रामनगर डिपो के सीनियर फोरमैन ने मंडल प्रबंधक तकनीकी को लिखित पत्र भेजकर शिकायत भी दर्ज कराई।
कलपुर्जों से संबंधित निम्न तकनीकी खराबियां आ रही है सामने:
एयर फिल्टर: अगर बात करें बसों के एयर फिल्टर की तो करीब 35 हजार किमी चलने वाला एयर फिल्टर सिर्फ चार से पांच हजार किमी में ही खराब हो रहे हैं। वहीं मोबिल-आयल फिल्टर करीब 40 हजार किमी चलने वाला फिल्टर दो से तीन हजार किमी में ही खराब हो रहे हैं। इसके साथ ही डीजल फिल्टर में भी लीकेज की शिकायत मिल रही है।