राजपथ पर आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस 2021 की परेड (Rajpath Parade) में नजर आएंगी देवभूमि उत्तराखंड की झांकी (Uttarakhand Tableau), बाबा केदार के साथ ही दिखाई देगी कस्तूरी मृग और मोनाल की झलक..
देवभूमि उत्तराखंड के लिए एक बड़ी सुखद खबर आ रही है। खबर है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ में आयोजित होने वाली इस वर्ष की परेड (Rajpath Parade) के लिए उत्तराखण्ड की भी झांकी का चयन हुआ है। यह जानकारी देते हुए राज्य के सूचना महानिदेशक, डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार की गणतंत्र दिवस परेड के लिए भी उत्तराखंड की झांकी का आवेदन केंद्र को भेजा गया था। रक्षा मंत्रालय ने पांच बार की बैठक के पश्चात इसकी मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय की मंजूरी मिलने के साथ ही यह भी साफ हो गया है कि आगामी 26 जनवरी 2021 को राजपथ पर आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में न सिर्फ उत्तराखंड की झांकी दर्शकों का मन मोह लेगी बल्कि देश-विदेश में एक बार फिर उत्तराखण्ड का मान बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि इस बार की उत्तराखंड की झांकी (Uttarakhand Tableau) की थीम ‘केदारखण्ड’ आधारित है। जिसमें केदारनाथ धाम के साथ ही कस्तूरी मृग और मोनाल की झलक भी दिखाई देगी।
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गणतंत्र दिवस परेड में इससे पूर्व भी कई बार राजपथ पर नजर आ चुकी है देवभूमि उत्तराखंड की झांकी, हर बार जीता लोगों का दिल-
प्राप्त जानकारी के अनुसार गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ में आयोजित होने वाली इस वर्ष की परेड के लिए उत्तराखण्ड की झांकी का भी चयन हो गया है। इस साल झांकी के लिए उत्तराखण्ड के अतिरिक्त देश के 16 अन्य राज्यों का चयन किया गया है। बता दें कि इससे पूर्व भी कई बार उत्तराखण्ड की झांकी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बन चुकी है। गणतंत्र दिवस परेड पर उत्तराखण्ड की झांकी की पहली बार झलक 2003 में दिखाई गई थी। उस समय झांकी की थीम लोकपर्व फुलदेई पर आधारित थी। इसके बाद वर्ष 2005 में नंदाराज जात यात्रा, वर्ष 2006 में ‘फूलों की घाटी’, वर्ष 2007 में ‘कार्बेट नेशनल पार्क’, वर्ष 2009 में ‘साहसिक पर्यटन’, वर्ष 2010 में ‘कुंभ मेला’, तथा वर्ष 2014 में ‘जड़ी-बूटी’ पर आधारित झांकियों ने गणतंत्र दिवस परेड पर सब का मन मोह लिया था। इसके अतिरिक्त वर्ष 2019 में जहां गांधी जी की कौसानी यात्रा से जुड़े अनाशक्ति आश्रम की झांकी को परेड में दिखाया गया था वहीं इससे पूर्व वर्ष 2015 में केदारनाथ एवं वर्ष 2016 में विश्व धरोहर रम्माण की झांकी और भी राजपथ पर नजर आ चुकी है।
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