Haridwar Har ki Pauri: हरिद्वार में आकाशीय बिजली और बारिश ने बरपा ऐसा कहर हर की पौड़ी के समीप की दीवारें ध्वस्त ट्रांसफार्मर के उड़े परखच्चे
उत्तराखण्ड में मानसून ने दस्तक देते ही ऐसा कहर बरपा दिया है जिसका अंदाजा तक नहीं लगाया जा सकता है। जहाँ एक ओर पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश से कई लोगों की जिंदगियां चली गई तो कई लोगों के घर जमींदोज हो गए। वहीं इस वक्त की सबसे बड़ी खबर हरिद्वार जिले से आ रही हैं जहाँ भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है। हरिद्वार में बीती रात हुई तेज बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली से हर की पौड़ी (Haridwar Har ki Pauri) ब्रह्मकुंड के पास ट्रांसफार्मर समेत दीवार ध्वस्त हो गई। इस घटना के बाद आसपास की क्षेत्र की बिजली बाधित हो गई। गनीमत रही कि घटनास्थल पर किसी के उपस्थित ना होने के कारण किसी के जान – मान को कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस घटना में ट्रांसफार्मर के परखच्चे उड़ गए। घटना के तुरंत बाद ही पुलिस प्रशासन और श्री गंगा सभा के सेवादारों ने आसपास के क्षेत्र को बैरिकेड कर श्रद्धालुओं का हर की पैडी ब्रह्मकुंड में जाने पर रोक लगा दी है इसके साथ ही क्षेत्र में फैले मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना देर रात करीब ढाई बजे की बताई जा रही है। हरिद्वार में बीती रात हुई तेज बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली से हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड के पास ट्रांसफार्मर समेत दीवार ध्वस्त हो गई जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। फिलहाल मलबे को हटाने का कार्य चालू है। बता दें कि पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के चलते फिर गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। इतना ही नहीं यह चेतावनी निशान की ओर बढ़ रहा है। क्योंकि चेतावनी निशान 293 मीटर पर स्थित है और सोमवार दोपहर तक गंगा का जलस्तर 291.60 तक पहुंच चुका था।
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