Chamoli rain news today: चमोली आफत की बारिश: कुछ ही मिनटों में तबाही, बदरीनाथ हाईवे पांच घंटे ठप, पीपलकोटी में वाहन मलबे में दबे
Chamoli rain news today: उत्तराखंड के चमोली जिले में सोमवार दोपहर मौसम अचानक ने इस कदर करवट ली कि कुछ ही मिनटों की बारिश ने पूरे इलाके को संकट में डाल दिया। पीपलकोटी क्षेत्र में तेज बारिश से मंगरीगाड़ गदेरा उफान पर आ गया, जिससे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी मलबा जमा हो गया। नतीजा ये हुआ कि हाईवे पर करीब पांच घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप रहा और करीब 2500 तीर्थयात्री फंस गए। दोपहर करीब सवा तीन बजे बारिश शुरू हुई और तेज होते ही गदेरा बेकाबू हो गया। पानी के साथ भारी मलबा बाजार और सड़क तक जा पहुंचा। चार निजी वाहन और नगर पंचायत का एक वाहन मलबे में दब गया, जबकि एक दुकान के बाहर मलबा भर गया।
पंद्रह मिनट की बारिश, लेकिन असर काफी गहरा Peepalkoti rain news chamoli
बारिश ज्यादा देर नहीं हुई, लेकिन असर गहरा था। गदेरा हाईवे तक पहुंच गया और उससे लगे इलाकों की पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। अजय नगर और पीपलकोटी बाजार में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। नगर पंचायत की ओर से राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं। पागलनाला भी उफना, तीर्थयात्रा पर लगा ब्रेक
इसी बीच, बदरीनाथ हाईवे पर पागलनाला भी उफान पर आ गया। पुलिस ने एहतियात के तौर पर बदरीनाथ की ओर जा रहे करीब 1500 श्रद्धालुओं को पाखी, पीपलकोटी और चमोली में रोक दिया, जबकि बद्रीनाथ धाम से लौट रहे करीब 1000 श्रद्धालु ज्योतिर्मठ, हेलंग और सेलंग में फंसे रहे। रात आठ बजे के बाद जब मलबा हटा, तब जाकर यातायात धीरे-धीरे बहाल हुआ। यह भी पढ़ें- रामनगर में पर्यटकों की बस पर हमला टूटी सुरक्षा की उम्मीदें Ramnagar news Tourist bus attack
2023 की बाढ़ की यादें फिर ताज़ा Chamoli weather barish news today
स्थानीय लोगों को 13 अगस्त 2023 की बाढ़ अब भी याद है, जब इसी गदेरे ने नगर पंचायत को भारी नुकसान पहुंचाया था। इस बार भी लोग सहम गए। कई लोगों ने बताया कि पिछले साल गदेरा शांत था, इसलिए वे निश्चिंत होकर वहां वाहन खड़ा करने लगे थे। लेकिन सोमवार को आई बारिश ने उन्हें फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया। प्रशासन सतर्क, लेकिन मौसम का कोई भरोसा नहीं
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि पीपलकोटी में यातायात सुचारु हो चुका है और पागलनाला पर काम तेजी से जारी है। वहीं, एनएचआईडीसीएल की मशीनों से मलबा हटाया जा रहा है। मौसम विभाग ने पहले ही आंधी तूफान के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि चेतावनी दी थी। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने 23 मई तक राज्यभर में येलो अलर्ट जारी किया है। 21 मई को मौसम कुछ राहत देने वाला हो सकता है, लेकिन बाकी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान सोमवार से ही सही साबित होता दिख रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में जहां बारिश का दौर शुरू हो चुका है वहीं मैदानी क्षेत्रों में भी झौंकदार हवाएं चल रही है। यह भी पढ़ें- Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में 23 मई तक बारिश और आंधी तूफान का येलो अलर्ट जारी
सवाल अब ये है—क्या हम सचमुच तैयार हैं? Uttarakhand weather rain barish today
अभी प्री मानसून की बारिश हो रही है। इसी माह के अंतिम दिनों में मानसून के उत्तराखंड में प्रवेश करने की आंशका भी मौसम विभाग द्वारा जताई जा चुकी है। और यह घटना एक बार फिर बताती है कि पहाड़ों में मौसम से बेखबर रहना महंगा पड़ सकता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या शासन प्रशासन के साथ ही हम मानसूनी बारिश के लिए पूरी तरह तैयार है। तीर्थयात्रा हो या स्थानीय जीवन—सभी को अब प्रकृति की चेतावनियों को गंभीरता से लेना होगा। क्योंकि कभी-कभी सिर्फ पंद्रह मिनट की बारिश, पांच घंटे की परेशानी और कई सवाल छोड़ जाती है। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड रोडवेज की शानदार पहल नई बसों में अब पहाड़ी भाषा में होगा यात्रियों का स्वागत
सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।