भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पासआउट होकर शनिवार (8 दिसम्बर ) को 347 जांबाज अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इस साल मित्र राष्ट्रों के 80 कैडेट्स भी पासआउट हुए। भारतीय उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल देवराज एन्बु ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर उन्होंने नव सैन्य अधिकारियों से परम्परागत और गैर परम्परागत चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। इस मोके पर हल्द्वानी हिम्मतपुर मल्ला निवासी रिटायर्ड सूबेदार भुवन चंद्र पाठक के छोटे बेटे यथार्थ पाठक देहरादून में होने वाली पासिंग परेड का हिस्सा बने।
बता दे की मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के संगौड़ दसौली के रहने वाले पाठक परिवार की दो पीढ़ियाँ भारतीय सेना में अपनी सेवा दे चुके है। परिवार के (तीसरी पीढ़ी) के बेटे यथार्थ पाठक को सेना में कमीशन मिली तो घरवालों को अपने पूरे परिवार पर गर्व हुआ, साथ ही रिस्तेदारो और पड़ोसियों का घर पर बधाई देने के लिए ताँता लगा हुआ है। यथार्थ पाठक ने अपनी इंटरमीडिएट की पढाई दिल्ली स्थित माउंट सेंट मेरी स्कूल से की। बचपन से ही देश सेवा का जज्बा उनके दिल में था , और अपने दो पीढ़ी से भी उन्हें सेना में जाने की प्रेरणा मिली। ये उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष का ही सकारात्मक परिणाम है, जो सेना में अफसर बनकर देश सेवा करने का अवसर मिला। यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वर्ष 2014 में उनका चयन नेशनल डिफेंस एकेडमी में हुआ। देहरादून स्थित आईएमए में तीन साल की ट्रेनिंग के बाद शनिवार (8 दिसम्बर ) को यथार्थ सेना में अफसर बने। पूरा परिवार इस गौरवान्वित पल और बेटे के कंधों में स्टार देखने के लिए देहरादून पहुंच गया है।
यह भी पढ़े-अल्मोड़ा के सुन्दर बोरा का हुआ आर्मी कैडेट कोर में चयन लेफ्टिनेंट बनकर करेंगे देश सेवा
भारतीय सैन्य अकादमी में इन्हें दिए गए पदक : उप सेना प्रमुख ने कैडेट्स को ओवरऑल बेस्ट परफारमेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। अर्जुन ठाकुर को स्वार्ड ऑफ ऑनर व स्वर्ण पदक प्रदान किये गए। रजत पदक गुरवीर सिंह तलवार को दिया गया। जबकि, हर्ष बंसीवाल ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। कांस्य पदक गुरवंश सिंह गोसाल को मिला।सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट बिशाल चंद्र वाजी चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर सैंगरो कंपनी को मिला।
राज्यवार कैडेटों की संख्या
आंध्रप्रदेश 4, असम 5, बिहार 36, चंडीगढ़ 4, छतीसगढ़ 2, दिल्ली 25, गुजरात 4, हरियाणा 51, हिमाचल प्रदेश 15, जम्मू-कश्मीर 12, झारखंड 6, कर्नाटक 8, केरल 8, मध्यप्रदेश 10, महाराष्ट्र 20, मणिपुर 3, मिजोरम 1, ओडिशा 5, पंजाब 14, राजस्थान 12, तमिलनाडू 5, तेलंगना 5, त्रिपुरा 2, उत्तरप्रदेश 53, उत्तराखंड 26, पश्चिम बंगाल 8 जैंटलमैन कैडेट्स शामिल हैं।