Harish Rawat Biography Ramnagar: अपने ही भांजे के खिलाफ उतरेंगे हरदा, कांग्रेस ने रामनगर विधानसभा सीट से बनाया है उम्मीदवार..
बीते रोज कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के साथ ही राज्य की रामनगर विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा यहां से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को मैदान में उतारा गया है। जबकि भाजपा ने दीवान सिंह बिष्ट को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जिसके बाद अब हरीश रावत उर्फ हरदा अपने रिश्ते के भांजे के साथ दो दो हाथ करने को तैयार हैं। चुनावी समर में मामा-भांजे में से विजयश्री किसके हाथ लगेगी यह तो आगामी 10 मार्च को ही पता चल पाएगा परंतु एक तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मैदान में उतरने और दूसरा मामा-भांजे की सीधी टक्कर से रामनगर विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। बता दें कि भाजपा उम्मीदवार दीवान सिंह बिष्ट रिश्ते में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के भांजे लगते हैं क्योंकि हरीश रावत और दीवान सिंह की माता रिश्ते में भाई बहन हैं। दीवान सिंह की माता, हरीश रावत के चाचा की लड़की है।
(Harish Rawat Biography Ramnagar)
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जानिए पूर्व मुख्यमंत्री और रामनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हरीश रावत के बारे में:-
नाम:- हरीश रावत
जन्म : 27 अप्रैल 1947
पिता का नाम: राजेेंद्र सिंह रावत
मां का नाम: देवकी देवी
मूल निवास: ग्राम मोहनरी, पो.आ. चोनलिया, जिला अल्मोड़ा
शिक्षा: अल्मोड़ा से हुई स्कूली शिक्षा, लखनऊ विश्वविद्यालय से हासिल की पांच वर्षीय बीए एलएलबी में डिग्री।
परिवार:- हरीश रावत के पिता ठेेकेदार थे। हरीश तीन भाइयों में सबसे बड़़े हैं। उनकी तीन पुत्रियां व दो पुत्र है।
पत्नी- रेणुका रावत
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राजनैतिक कैरियर:-
वर्ष 1973 मेें कांग्रेस की जिला युवा इकाई के अध्यक्ष बनकर राजनीति में कदम रखा, इसके बाद ब्लाक प्रमुख और जिलाध्यक्ष बने।
वर्ष 1980 में हुए सातवें लोकसभा चुनाव में भाजपा के कद्दावर नेता मुरली मनोहर जोशी को हराया। वर्ष 1984 में दोबारा लोकसभा सांसद बने तथा 1989 में लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की।
वर्ष 2001से 2007 तक उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका निभाई। इन्हीं के नेतृत्व में पार्टी ने राज्य का पहला विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता हासिल की।
वर्ष 2002 में राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए।
वर्ष 2009 में हरिद्वार संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। इस दौरान राज्य व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री का कार्यभार संभाला।
फ़रवरी 2014 से 18 मार्च 2017 तक उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला।
2017 में हुए विधानसभा चुनावों में हरीश रावत को दो सीटों (हरिद्वार ग्रामीण व किच्छा) से शिकस्त मिली। इससे पूर्व 1991, 1996, 1998, 1999 में भी हार का सामना करना पड़ा था।
वर्ष 2022 – रामनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी
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