Uniform civil code hijab: चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उत्तराखण्ड की राजनीति में यूनिफॉर्म सिविल कोड ने भी बनाई जगह, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने किया सरकार बनते ही समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करवाने का ऐलान…
कर्नाटक में सामने आए विवादित हिजाब (hijab) मामले के बाद समूचे देश में एक बार फिर यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform civil code) चर्चाओं में आ गया है। इस वक्त समूचे देश में इसी बात पर चर्चा हो रही है, गली-मोहल्लों से लेकर बड़े बड़े इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों पर इसी बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है। ऐसे में चुनावी राज्य भला इस राजनीति से कैसे पीछे रह सकते हैं। वैसे भी यह सर्वविदित है कि केंद्र की सत्ता में आसीन भाजपा के चुनावी घोषणा पत्रों में इसका जिक्र सदैव से होता रहा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी चुनावी राज्यों इस मुद्दे को भुनाने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहती। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उत्तराखण्ड में भी इसकी झलक दिखाकर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बात को सही साबित कर दिया।
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जी हां… चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भाजपा खेमे से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुलकर यूनिफॉर्म सिविल कोड का पक्ष लिया है। इतना ही नहीं उत्तराखण्ड में उनकी सरकार बनने पर समूचे प्रदेश में इसे लागू करने का ऐलान भी कर दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक-आध्यात्मिक विरासत की रक्षा के लिए भाजपा सरकार अपने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद एक कमेटी गठित कर ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ का ड्राफ्ट तैयार करेगी। जिसका दायरा विवाह, उत्तराधिकार, जमीन- जायदाद, आदि अनेकों महत्वपूर्ण पहलुओं में राज्य में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए समान होगा।
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