Uttarakhand roadways KMOU GMOU: वाहनों के चुनावों में लगने से ठप हुई परिवहन व्यवस्था, यात्रियों को हो रही परेशानी..
जहां उत्तराखंड में चुनाव की तारीख नजदीक आ ही गई है वही चुनाव में केमू की सभी बसों का अधिग्रहण होने से पहाड़ जाने वाले यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि बीते शनिवार से ही पहाड़ के लिए सभी बसों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है। स्टेशन पर पहाड़ जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ जुटी रही। लेकिन घंटों के इंतजार के बाद भी बस ना आने के कारण यात्री इधर-उधर भटकते रहे। बताते चलें कि विधानसभा चुनाव के लिए परिवहन विभाग द्वारा केमू की 238 बसों तथा रामनगर से चलने वाली जीएमओयूू आदर्श मोटर्स और अन्य निजी बसों सहित कुल 400 बसों का अधिग्रहण निर्वाचन के लिए किया है। इस कारण से पहाड़ के लिए चलने वाली बस सेवा शनिवार से ही ठप हो गई। हल्द्वानी से केमू की बसें भीमताल, भवाली, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, बबियाड़, रामगढ़, शहरफाटक, गंगोलीहाट के लिए रोजाना चलती हैं। बसों का चुनाव में अधिग्रहण होने से इन स्थानों को जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हुई। केमू स्टेशन इंचार्ज नवीन जोशी ने कहा कि शनिवार को किसी भी रूट पर एक भी बस नहीं जा सकी है। लेकिन 16 फरवरी को बसो के निर्वाचन कार्य से वापस लौटने पर ही संचालन सामान्य हो पाएगा।
(Uttarakhand roadways KMOU GMOU)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के कुमाऊं मंडल में केमू की बसों का निर्वाचन में अधिग्रहण होने के कारण पहाड़ जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बता दें कि केमू तथा जीएमओयू समेत कई निजी वाहनों का निर्वाचन के लिए अधिग्रहण किया गया है। ऐसे में यात्रा करने वाले यात्रियों को बसों के लिए भटकना पड़ रहा है। यात्रियों की इन्हीं परेशानियों का फायदा टैक्सी चालक उठा रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि टैक्सी चालक पहाड़ जाने के लिए मनमाना किराया वसूल रहे हैं। अल्मोड़ा का किराया 1000 रुपए तो पिथौरागढ़ का किराया 1500 रुपए तक वसूलने की बात यात्रियों द्वारा की जा रही है। वही उत्तराखंड रोडवेज की बसों का भी विधानसभा चुनाव में अधिग्रहण होने के कारण चंडीगढ़ के लिए भी सिर्फ एक ही बस जा सकी जिस से चंडीगढ़ जाने वाले हैं यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही जालंधर बस सेवा भी बाधित रही। इतना ही नहीं बसों की कमी के कारण पहाड़ के लिए भी रोडवेज की बस सेवा संचालित नहीं हो पा रही हैं।
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